ग़ज़ल
ग़ज़ल मरने वाले को पता है ज़िंदगी क्या चीज़ है साथ सबका छूटने की बेहिसी क्या चीज़ है// रात अँधेरी अगर हो पूछिए फिर चाँद से साथ होकर भी दिखे ना चाँदनी क्या चीज़ है// प्यार सच्चा जो करें वो जिस्म को छूते नहीं जानते हैं रूह की पाक़ीज़गी क्या [...]