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(व्यंग्य) हाय! जुलाई

(व्यंग्य) हाय! जुलाई जुलाई, यह कैसी सौगात लाई । विद्यार्थी, माता-पिता की, अब शामत आई ।। लाद दिया बोझा, कापी-किताबों का । हुआ चकनाचूर, महल उनके ख़्वाबों का ।। स्कूल खुलने का, तुमसे गहरा नाता है । गरीबी में आटा, गीला हुआ जाता है ।। करूँ कैसे स्वागत, ना पड़ता [...]

ग़ज़ल

ग़ज़ल दुख अपने, बेचने गया, एक दिन बाजार में । आया ना कोई, बैठा रहा, इंतज़ार में ।। बच्चों के साथ खेला तो, दुख सारे मिट गये । आया है मजा जीतने का, ख़ुद की हार में ।। खुशियां मिलीं जो उस दिन, अनमोल बन गईं । जिनकी नहीं है [...]

कौन किसी का होता है

कौन किसी का होता है ओ जीवन राहें बदल ज़रा, कौन किसी का होता है, विश्वास खोजने निकला हूँ, जब तार-तार दिल होता है। झटके खाते खाते जीवन, सूखी आँखों से रोता है, दिन – रात की आपा धापी में बस उसे रिझाने निकला हूँ। काम, क्रोध, मद, लोभ मिटाकर, [...]

साहित्यिक आयोजन संपन्न

साहित्यिक आयोजन संपन्न लखनऊ – दिनांक 13 जुलाई 2024 उत्तर प्रदेश युवा छंदकऻर मंच व लक्ष्य साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में ओज के सशक्त हस्ताक्षर जनकवि श्सिद्धेश्वर शुक्ल, क्रांति जी के जन्मोत्सव‌ कलमकार दिवस के रूप में मनाया गया जिसमें विशाल कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह [...]

स्वीकार हमें कर लीजिए

( गुरु भक्ति गीत ) स्वीकार हमें कर लीजिए गुरु तेरे चरण में आया हूं ,स्वीकार मुझे अब कर लीजिए । भूलों को मेरी हे गुरुवर, अब माफ तुम्ही तो कर दीजिए ।। मैं अज्ञानी अनजान मुझे ,ज्ञान की राह दिखा दीजिए । चंचल है प्रभु मेरा यह मन ,साधना [...]

हिचकियां हाय रे यह हिचकियां , बग़ावत पर उतारू हैं। यादें हैं तुम्हारी या हैं , दिल की कोई बीमारी। सांसों को रोक देतीं, जब कभी भी आतीं। हृदय के हर झरोखों से , हो कर गुज़र जातीं। कोई याद किसी को करता, या दिल से कोई बुलाता। काफी दिनों [...]

चले आना तुम

चले आना तुम हसरत में रौनकें महफ़िल सजाई है, महकती बहारों से खुश्बुयें चुराईं है। स्वप्निल आँखों में ख्बाब समाया है, प्रेम पयोधि ज्वार दिल पे छाया है। बेकरारी दिल की कहती ये सनम है, चलें आना तुम,ना रोकना कदम है.. दूरियाँ हुई क्यूँ,ये तुम भी जानते हो, शिकवे गिले [...]

विश्व हिंदी दिवस

विश्व हिंदी दिवस हिंदी मेरे रोम रोम में हिंदी की ही पूजा करता हूँ। सबसे सुंदर हिंदी भाषा। ज्यो है दुल्हन की सुंदर बिंदी सूर ,तुलसी,जायसी जैसे कवि हिंदी के हिंदी से पहचान हमारी हिंदी से शान हमारी। निज भाषा पर गर्व करते है हिंदी हमारा अभिमान हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा। [...]

ग़ज़ल

ग़ज़ल प्यार करना भी नहीं उससे मुकरना भी नहीं दूर रहकर है तड़पती और मिलना भी नहीं// देख के हम होश अपने फिर कहीं खो ही न दें राह से तुम अब कभी मेरी गुज़रना भी नहीं// देख टुकड़े लाख होंगे गर न सँभला आज तू दिल मेरे तू ग़ैर [...]

हिन्दी हैं हम वतन है हिंदोस्ता हमारा

हिन्दी हैं हम वतन है हिंदोस्ता हमारा हमारी संस्कृति मातृभाषा हिन्दी है हिन्दी की बिन्दी(अनुस्वार) हमारी शान है, हमारा देश महान है। हिन्दी भाषा नाम बनाती है हिन्दी बिगड़े काम बनाती है हिन्दी शिष्टाचार है हिन्दी ही विश्वास है हिन्दी लोगो का मान बढ़ाती, लोगो को सम्मान दिलाती है चिकित्सक, [...]