पवन झकोरे
पवन झकोरे पवन झकोरे घूँघट चूमे, अंग-अंग पुलकित हो जाए। सौंधी गंध लिए आ जाओ, जीवन ये सुरभित हो जाए।। नैन तुम्हारे मधुशाला से , प्रेम सुधा ये छलकाते हैं। कामदेव सी सूरत मनहर, बाँकी चितवन ये भाते हैं । आलिंगन में भर लो मुझको, मन मेरा हर्षित हो जाए [...]