गौ माता की करुण पुकार
गौ माता की करुण पुकार आज कन्हैया, तेरी गैया, जाती कत्लेख़ाने को । दर्द भरी आवाज़ ही अब तो, रह गई तुझे सुनाने को ।। सतयुग, त्रेता, द्वापर में भी, घर-घर पूजी जाती थी । ऋषियों-मुनियों के गुरुकुल में, ही सच्चा सुख पाती थी ।। बीते दिन ही अच्छे थे, [...]