भचर-भचर भड़काऊ भाषण से भाईचारा तोड़ रहे हैं नेताजी ।
भचर-भचर भड़काऊ भाषण से भाईचारा तोड़ रहे हैं नेताजी । चुनाव दर चुनाव जनसेवा और तरक्की की दुहाई देकर, नींबू की तरह जी-भरकर जनता को निचोड़ रहे हैं नेताजी । काम-धाम कुछ नहीं, घूम-फिरकर हर बार की तरह जाति-बिरादरी की इकाई ,दहाई सैकडा जोड रहे हैं नेताजी। जनता जाए भांड [...]