मां के रूप अनेक
मां के रूप अनेक मां तेरा रूप है नूरानी,मनचली, एक झलक,देता सुकून,आली, खुदा का सर्वोच्च कृति,मृणाल, मां तेरा रंग,रूप अनेक,तमाल.।।। लाल,बाल के लिए है प्रियतम, उनका देखभाल में रहती,राम, पति,देवर,ननंद भी तुझे प्यारा, दो कुलो की शोभा,वो मनोहर।।। घर-आंगन की गहना है माता, रंगोली भी तु,आस्तिक,उत्तम, नखशिख वर्णन,असमर्थ सम, मां [...]