आलेख: क्यो अख़बार हुए सफल? जबकि ढेर लगी हैं चैनलों की।
आलेख: क्यो अख़बार हुए सफल? जबकि ढेर लगी हैं चैनलों की। आज बेटे का जन्मदिन हैं। सुबह-सुबह उसे अख़बार पढ़ते देख, याद आया की आज तो 3 मई हैं! यानी विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस, उसके हाथो में अखबार देख मन ही मन में सोचने लगी- “हम 21वी शताब्दी में जी [...]