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होली आई !

होली आई ! होली आई ! होली आई ! देखो वतन में प्रेम का रंग लाई , आपस में प्रेम बाँटों ; रंग संग बाँटों मिठाई , होली आई रे भाई ! होली आई ! होली आई रे ! भाई होली आई ! ना करो जात-पात में भेद-भाव चहुँ दिशाओं [...]

रंगीलो भयो भारत हमर

रंगीलो भयो भारत हमर होरिया में भीगे तन आज रंगीलो भयो भारत हमार एक दूजे पे रंग डार मनाएं सब होली त्योहार मै जित जाऊं उत वो आए चोरी से मोहे गरबा लगाए भर पिचकारी मारे हाय — रंगीलो भयो भारत हमार भाई बहना सखी और सजना सब मिल खेले [...]

क्यों मनाते होली

क्यों मनाते होली किस्सा यह सतयुग का, होली त्योहार के आरंभ का। हिरण्यकश्यप नामक दैत्य, शत्रुता किया प्रभु से था। पुत्र था उसका प्रहलाद, था श्रीहरि का परम भक्त। विनाश हेतु वह उसके ,अपनाता था हथकंडे शख्त। बहन थी एक चहेती उसकी, होलिका उसका नाम। की थी ब्रह्मा जी की [...]

होली का त्योहार

होली का त्योहार होली का त्योहार है आया खुशियों की सौगात है लाया रंगो की बौछार है लाया होली का त्योहार है आया। दुश्मनों ने भी हाथ मिलाया अपनो ने भी साथ मिलाया मित्रो ने खूब मिठाई खिलाया होली का त्योहार है आया। बच्चों के मन को भाया बड़े भी [...]

ख़ुशी के रंग होली के संग

ख़ुशी के रंग होली के संग रगों का त्यौहार है होली बुराई पर अच्छाई की विजय है होली फागुन माह का पावन उत्साह उमंग है होली रंगों का सतरंगी इन्द्रधनुष है होली डूब जाता है हर कोई तन मन से वो है होली लाल पीला हरा नीला केसरिया रंगों की [...]

होली आई

होली आई होली आई , बहार लाई । खुशियों का त्योहार है होली । प्रेम और रंग का त्योहार है होली। दुश्मन को गले लगाती है होली। दोस्ती को बढाती है होली। कृष्ण और राधा की है होली। सीता और राम की है होली। देवी – देवताओं की है होली [...]

विश्व कविता दिवस – 21मार्च

विश्व कविता दिवस – 21मार्च *कौन है कवि और क्या है कविता!* *साधना सोलंकी, जयपुर* ह्रदय में घुमड़ता भाव सागर… भाव रस भरे…भाव पीर से घिरे… आंख की नम कोर से छलकते… कागज पर पाती से उतरते… आबदार मोती शब्दों के… बिना चीख चिल्लाहट के… बींधते…बिंधते! — कवि और कविता [...]

कायस्थ महिला समाज का आयोजन

कायस्थ महिला समाज का आयोजन जबलपुर – अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, राष्ट्रीय महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में, राष्ट्रीय उपाध्यक्षा श्रीमती रत्ना श्रीवास्तव के संयोजन में सामाजिक समरसता की भावधारा को प्रवाहित करते हुए, महिला दिवस के उपलक्ष्य में, कायस्थ समाज सहित अन्य सामाजिक, साहित्यिक, संस्कृति, कला को समर्पित, सृष्टि और [...]

होली

होली होली आई रे होली आयी, रगों की बौछार लायी। मौसम ने ली अंगङाई,होली खुशियों की सौगात लायी।। शीत ऋतु ने ली है विदाई,ग्रीष्म की आहट दे रही है सुनाई । सूरज ने उष्णता है दिखलाई, देखो-देखो होली आई । कुछ हाथों में पिचकारी, कुछ हाथों में रंग-बिरंगी गुलाल। सब [...]

गजल।

122 122 122 122 कभी उसने नजरें चुराई नहीं थी, उन्हें थी मुहब्बत जताई नहीं थी।। चले दूर मुझसे जमाने के कारण, लगी चोट दिल पे बताई नहीं थी।। मिलकर कदम साथ चलने का वादा, मगर पास मंजिल भी आई नहीं थी।। भरोसा था मुझको सहारा मिलेगा, मगर उनकी उल्फत [...]