मां
मां मां वो है जो हमे इस दुनिया में लाती बेटी को मारने वाले जालिमों से बचाती तुमको चूमती दुलारती सारी खुशियां लुटाती कोई चाहे जो कहे उसे फर्क नही पड़ता वो तुम्हे सीने से लगाती रात को जब तुम रोती तो भले कितना थकी हो उठ कर तुम्हारी नेपकिन [...]
मां मां वो है जो हमे इस दुनिया में लाती बेटी को मारने वाले जालिमों से बचाती तुमको चूमती दुलारती सारी खुशियां लुटाती कोई चाहे जो कहे उसे फर्क नही पड़ता वो तुम्हे सीने से लगाती रात को जब तुम रोती तो भले कितना थकी हो उठ कर तुम्हारी नेपकिन [...]
( जब जब मैं संकट और तन्हाई में होता हूं, तब तब मां की गोद में सिर रखकर सोता हूं ।।जिस मां ने मेरी पूरी जिंदगी लिखी हो, उसे मां पर लिखने वाला में कौन होता हूं ) मातृ दिवस अनपढ़ होकर भी जो दुनिया का ज्ञान सिखाती थी और [...]
सबसे सुंदर झांकी दिखलाऊं मैं तुम्हें जगत की, सबसे सुंदर झांकी। बहुत पुरानी धुंधली सी, तसवीर ये मेरी मां की।। एक छोटा सा गांव जहां पर ,नाना- नानी रहते थे अक्सर मुझसे मेरी मां की,राम कहानी कहते थे पास में वो थी पूजा जैसी, दूर से एक अजां थी। भोर [...]
माॅऺ के चरणों में स्वर्ग पैर में लगे कांटे की चुभन का, मॉऺ आंसू होती है । कोखमें जन्म देने का मॉऺ निःस्वार्थ बलिदान होती है। जीवन के हरेक लक्ष्य का, संघर्ष हो मॉऺ तुम अंगुली पकड़ आत्मनिर्भरता का मॉऺ गुरुमंत्र होती है मॉऺ के चरणों में स्वर्ग की अनूभूति [...]
माँ के चरणो में स्वर्ग मरने के बाद मिलता ये स्वर्ग । किस्मत हमारी यहीं धरा पर दिखा स्वर्ग । अविरल ममता का उसका झरना ।। थकती नहीं वो लुटाती वो बस ममता मुझ पर । माँ नामक जीव ने न जाने कौन सी पी घुटी होती ।। मुझ से [...]
मेरी मम्मी कदर ना थी मुझे तेरी,कि तुझमें जान थी जब तक, तेरे जाने से जाना है, कितनी नादान थी अब तक।। कहना था बहुत कुछ तुमसे, पर ना कह सकी मम्मी, तेरी आवाज़ में ना नाम ,अपना सुन सकी मम्मी। तेरे माथे की बड़ी बिंदी,वो तेरी आंखों का काजल, [...]
शुक्रिया नैक, टीएमयू की डीन प्रो. मंजुला जैन असेसर नामित ग्रेट ऑनरः तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के इतिहास में फर्स्ट असेसर बनने का श्रेय डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन के नाम, देश की अंग्रेजी बिजनेस पत्रिका ट्रेडफ्लॉक में बतौर कवर स्टोरी मिली कवरेज, 10 मोस्ट इंस्पायरिंग वुमन लीडर्स इन एजुकेशन [...]
मां ही जननी मां तुम धन्य हो। जिसने मुझे जन्म दिया। नेक रस्ते पर चलना सिखाया। मां तुम मां हो। जन्नत हो। मां हमारी प्रथम गुरु है। मां हमारी संस्कृति संस्कार है। मां ने हमें नौ माह कोख में पल। मां की ममता हमें बहुत अच्छी लगती हैं। मां हमारी [...]
वात्सल्य रस के सर्जक सूरदास जयंती धूमधाम से मनाई गई औरंगाबाद 12/5/24 सदर प्रखंड स्थित ग्राम पंचायत जम्होर में मुखिया अलावती देवी के आवास पर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के तत्वावधान में भक्ति काल के अन्यतम कवि सूरदास जयंती समारोह धूमधाम से मनाई गई। विधायक प्रतिनिधि प्रदीप कुमार सिंह [...]
मेरी_प्यारी_अम्मा_जी सुबह सबेरे जब चिल्लाती मेरी प्यारी अम्मा जी। खाट खड़ी सबकी करवाती मेरी प्यारी अम्मा जी। नीम बबुर की दतुइन तोड़ के सुबह सुबह हम लाते थे। एक बल्टी औ लोटिया लइ के कुआं किनारे जाते थे। दुइ बल्टी पानी भरवाती मेरी प्यारी अम्मा जी। खाट खड़ी सबकी करवाती [...]