गीत ये बन पाए हैं
गीत ये बन पाए हैं जिगर को चीर के , बाहर ये निकाले मैंने , फिर ये अरमान , आंसुओं में उबाले मैंने , तब कहीं जा के , विरह गीत ये बन पाए हैं । इनके सीने में गम , के तीर चुभाये मैंने , दिल पै अपनों के [...]
गीत ये बन पाए हैं जिगर को चीर के , बाहर ये निकाले मैंने , फिर ये अरमान , आंसुओं में उबाले मैंने , तब कहीं जा के , विरह गीत ये बन पाए हैं । इनके सीने में गम , के तीर चुभाये मैंने , दिल पै अपनों के [...]
अयोध्या में श्रीराम लला प्राण प्रतिष्ठा उत्सव 👏🎊👏🎊👏🎊👏🎊👏 *अवध नगरी में महोत्सव* 🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊 *भजन-तर्ज-*-जनमे राम अवध नगरी में——– *मुखड़ा*—- *विराजे राम अवध नगरी में* *आये राम बड़े री सुख मन में।।* *1-सनातन धर्मियों के भाग्योदय* पंच सदी से बंद ,ये कपाट खुले थे । अधर्म अन्याय के कड़े पहरे लगे [...]
होली आयी री प्रकृति में रंग भर रहा है, टेसू का पुष्प चमक रहा है। महक रहा है फागुन. चहक रही पक्षियों की धुन।।१ देखो आई री होली ! वृंदावन में मची है धूम, कान्हा संग खेलती होली। राधा के संग गोपियों की टोली, ब्रज में रंग फाग की धूम।।२ [...]
आया वसंतोत्सव -होली आई समस्त वर्णों का पर्व! कर्मठ कृषकों का पर्व! पूर्णिमा यह फाल्गुन की! लाती रंग ये उल्लास की! लहलहाती फसलें हरी ! पकी बालियाॅं सुनहरी! शीत ले चला ऋतु शरद! फूला न समाया करद! मन सराबोर रंगों से! तन अबीर- गुलालों से! भुनते गेहूँ की बालें ! [...]
क्योंकि आज होली है रूठी हुई राधा वर्षो बाद श्याम से बोली है। मुझे भी प्यार का रंग लगाओ कान्हा आज होली है।। मस्ती में घूमती फिरती दीवानों की टोली है यह दुनिया नफरत, लालच और मतलब की रंगोली है इंसानियत से रिश्ते निभाओ क्योंकि आज होली है।। जिसने सत्य, [...]
रंगोत्सव दोहे रंग बसंती निकल गया, फागुन आई धार। सारे रंग मिल बन रहे, होली की बौछार।। बड़ी अनोखी रीत है, प्रेम पर्व की बात। दिखते खुशियां बांटते, भीतर रख कर घात।। मानस बिन रंग आत्मा, बे रंग सहती घात। अंतर रंग ना मिल सका, किसे कहे जज़्बात।। अंतर मिले [...]
तुम बिन मेरे सजना!!! वो होली का शोर मचना, थाप से चंग का बजना नहीं भाता है मेरे मन को , तुम बिन मेरे सजना।। सुबह सुबह वो भांग घोटना, नाच नाच धरती पे लौटना, रंग भरी पिचकारी छोड़ना, नाचते गाते गुजरना, नहीं भाता है मेरे मन को तुम बिन [...]
होली होली लेकर आती खुशियाँ अपार उमंग , मस्ती, बसंत बहार | प्रकृति का मनमोहक नज़ारा रंग – बिरंग फूल खिले प्यारा तितली – भौरे उस पर झूमें हवा भी मदहोश होकर झूमें गेंहू – सरसों की बालियाँ इठलाती धरती की सुंदरता ललचाती | होली लेकर आती खुशियाँ अपार, उमंग, [...]
दिगंबर की होली ************* रंग अबीर गुलाल फुल संग चिता भस्म भर झोरी! दिगंबर खेलैं मसाने में होरी खेलैं मसाने में होरी दिगंबर खेलैं मसाने में होरी! मस्त धतूरा, भांग, ठंढ़ाई, ओकरे संग मा दूध मलाई, मिल पीयें संग सब घोरी!! दिगंबर खेलैं मसाने में होरी खेलैं मसाने में होरी [...]
“रंग भरी होरी” बुंदेली होरी आई होरी आई, हुरिया आई रंगभरी, रंग भर भर खुशियांँ लाई, हुरिया आई….. कबलौं चलत तैयारियाँ, बनत घर घर मिठाईयाँ, बूंदी लड्डू घेवर गुजियाँ, पपड़ी खुरमा और बतियाँ, हुरिया आई….. मलाई रबड़ी रस की गुलियांँ, बाबा पीस रये घोट घोट भंगियाँ, बनत सतमाल मलरियांँ, करखैं [...]