होली
होली
होली लेकर आती खुशियाँ अपार
उमंग , मस्ती, बसंत बहार |
प्रकृति का मनमोहक नज़ारा
रंग – बिरंग फूल खिले प्यारा
तितली – भौरे उस पर झूमें
हवा भी मदहोश होकर झूमें
गेंहू – सरसों की बालियाँ इठलाती
धरती की सुंदरता ललचाती |
होली लेकर आती खुशियाँ अपार,
उमंग, मस्ती, बसंत बहार ||
बच्चे – बड़ों में छा जाता उमंग
बदला सा लगता जीने का ढंग
दिखती हंसी, ठिठोली, किलकारी
उड़ता रंग ग़ुलाल चलती पिचकारी
ढ़ोल – नगारा का मनभावन ताल
बिन भाँग – नशा के बदल जाती चाल |
होली लेकर आती खुशियाँ अपार,
उमंग, मस्ती, बसंत बहार ||
सभ्यता – संस्कृति का सुन्दर रूप
भाईचारा मित्रता का नया स्वरुप
आस्तिक जीतता, नास्तिक हारता
होलिका दहन हर वर्ण सन्देश दे जाता
असत्य पर सत्य की होती है जीत
मन सरल हो जाता, सबसे होती है प्रीत|
होली लेकर आती खुशियाँ अपार,
उमंग, मस्ती, बसंत बहार ||
संतोष कुमार राजपूत
निवास – लोरमी
जिला – मुंगेली (छ. ग.)