Search for:
  • Home/
  • क्षेत्र/
  • कल्पकथा काव्यगोष्ठी में गूँजे राष्ट्र प्रेम के स्वर

कल्पकथा काव्यगोष्ठी में गूँजे राष्ट्र प्रेम के स्वर

कल्पकथा काव्यगोष्ठी में गूँजे राष्ट्र प्रेम के स्वर

कल्पकथा साहित्य संस्था के संस्थापक पवनेश मिश्रा ने बताया कि प्रभु श्री राधा गोपीनाथ जी महाराज की कृपा से दिनांक १६ फरवरी २०२५ रविवार को आयोजित साप्ताहिक ऑनलाइन काव्यगोष्ठी कार्यक्रम में राष्ट्रप्रेम की रचनाएँ छाईं रहीं।
‌कल्पकथा संस्थापक श्रीमती राधा श्री शर्मा द्वारा काव्य गोष्ठी के पूर्व निर्धारित ‘देशभक्ति/राष्ट्रप्रेम’ विषय के कार्यक्रम का शुभारंभ एवं संचालन, गुरु वंदना, गणेश वंदना, एवं माता सरस्वती वंदना से किया।
काव्यगोष्ठी में देश के विभिन्न प्रदेशों दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, से जुड़े कवियों ने शानदार काव्य पाठ करते हुए सारा वातावरण सुवासित कर दिया।
कार्यक्रम में सहभागी रचनाकार श्री नन्द किशोर बहुखंडी जी, देहरादून (उत्तराखण्ड) श्री भेरू सिंह चौहान “तरंग” जी, झाबुआ (मप्र), श्री विजय डांगे जी नागपुर (महाराष्ट्र), श्रीमती साधना मिश्रा “लखनवी” जी, लखनऊ (उप्र), श्री दुर्गादत्त मिश्र “बाबा भोरे” गोपालगंज (बिहार), श्री राम स्नेही ओझा जी, मुंबई (महाराष्ट्र), श्री भास्कर सिंह माणिक जी, कोंच (ऊ प्र), श्रीमती सोनिया सरीन “साहिबा” जी, (दिल्ली), श्रीमती भावना भारद्वाज जी, बुराड़ी (दिल्ली), श्रीमती मेघा अग्रवाल जी, नागपुर (महाराष्ट्र), कुमारी मिहू अग्रवाल जी, नागपुर (महाराष्ट्र), श्रीमती राधा श्री शर्मा जी, पवनेश मिश्रा ने काव्य पाठ किया।
कार्यक्रम में सभी ने समवेत स्वर में सैन्य बलों के सम्मान, एवं राष्ट्रहितैषी, विचारधारा को बल देने की अनुशंसा की गई।
‌ कार्यक्रम का समापन कल्पकथा संस्थापिका दीदी श्रीमती राधा श्री शर्मा जी द्वारा नियमानुसार “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना एवं सभी का आभार व्यक्त कर किया गया।

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required