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ढूंढ रहे हैं

ढूंढ रहे हैं दिल तोड़ दिया और वफ़ा ढूंढ रहे हैं वो इश्क़ भुलाकर के ख़ुदा ढूंढ रहे हैं ये दर्द मुझे खूब दिए यार उसी ने जो दर्द ए बाज़ार दवा ढूंढ रहे हैं अब छोड़ दिया यार गली और उसी को वो लोग अभी तक भी पता ढूंढ [...]

बेहतर समाज

बेहतर समाज हमारा बेहतर समाज से। समाज संस्कृति संस्कार शिक्षा। बड़ा सोचना अच्छी बात है | अच्छा होगा धैर्य साथ है | स्वतंत्र सोच का हो विकास | औरतों को मिले पूरा सम्मान | हो करूणामयी समाज की स्थापना | भूत को छोड़कर, भविष्य की योजना | दृड़ इच्छाशक्ति और [...]

तुम्हारे चरणों में जन्नत है मां

तुम्हारे चरणों में जन्नत है मां मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है। पर यह जन्नत मेरे नसीब में नहीं मां, क्योंकि हो गई आंखों से ओझल तुम, हो गई आंखों से ओझल, कर चली दुनिया से विदा, रुला कर गई ममता तेरी, छोड़ गई मझधार में मुझे, देख आज की [...]

రంగారెడ్డి జిల్లా చేవెళ్ల మండల పరిధి లక్ష్మీ గూడ లో శ్రీ రామ భజన.

రంగారెడ్డి జిల్లా చేవెళ్ల మండల పరిధి లక్ష్మీ గూడ లో  శ్రీ రామ నవమి సందర్బంగా భజన కార్యక్రమం జరిగింది.   [...]

संग-साथ

संग-साथ कभी फूलों पर चलना हो , लड़खड़ाते वक़्त सम्भलना हो। ये भी करना हो , वो भी करना हो । संग चाहिए होगा मुझे तुम्हारा ! साथ दोगे क्या? बोलो ! बुझती राख से आग लेना हो , सिमटती शाम से प्रकाश लेना हो । सबसे दूर रखना हो [...]

आनंद

आनंद आज का अखबार… आने पर अखबार खोला… नजर एक विज्ञापन पर गयी… मैं ने ही दी थी… गुम हो गया है आनंद… उसे पता भूलने की आदत है… रंग जो दिखाई दे… ऊंचाई जो पसंद आये… कपड़े सुख वाले हों… फिर दुख भले ही हो बटनों पर… किसी को [...]

मानवीय जीवन में व्यवहार

मानवीय जीवन में व्यवहार व्यवहार जिन्दगी बदल देता है व्यवहार आदमी को झुका देता है व्यवहार की जो कदर करे वह इन्सान बड़ा होता है। गणित मे शून्य का कोई महत्व नही वही शून्य दूसरे अंको के साथ लगा देते है उनकी कीमत को बढ़ा देता है। व्यवहार मे भी [...]

अयोध्या

अयोध्या जिससे संभव ना हो युद्ध करना उसे अयोध्या कहते हैं । दीवारें मजहब की जो तोड़ दे उसे अयोध्या कहते हैं । सपना साकार हुआ सदियों पुराना  राम के भक्तों का । संविधान में भी समाधान है जिसका उसे अयोध्या कहते हैं । ——******———- सरयू का जल जिसका का [...]

जिह्वा रट ले राम का नाम

जिह्वा रट ले राम का नाम रे मन कब लोगे विश्राम , जिह्वा रट ले रघु का नाम। बन जाएँगे सारे काम , जब बोलोगे जय श्रीराम।। भाव सदा रखना निष्काम , भाव समर्पण बस है दाम। अवधपुरी है पवन धाम , उनके पग हो जीवन शाम।। रे मन कब [...]

मंजू के दिल से——

मंजू के दिल से—— “जीवन की सार्थकता” हम कई बार कुछ पेरेंट्स को यह शिकायत करते हुए पाते हैं कि हमारा बेटा घर में इतना बड़ा बिजनेस होने के बाद भी दूसरों की नौकरी करना पसन्द करता हैं | वह भी हमसे दूर दूसरे शहर में जाकर!!! क्या इसी दिन [...]