।।मां नर्मदा।।
पुण्य सलिला सांकरी, पाप विनाशनी मां नर्मदा। शिव मानसपुत्री रुद्रदेहा, विंध्या का वरदान मां नर्मदा।।१ सतपुड़ा की शक्ति त्रिकुटा, जनमानस की भक्ति मां रेवा। मैकलराज की सुंदर पुत्री, शांत,निर्मल तीव्र प्रवाहिनी तमसा।।२ तेरा जल कल कल निर्मल पावन, दुग्ध अमृत धारा का आचमन। रेवा तेरे जल के कण कण में, [...]