होली
होली
जीवन की चित्रशाला में लाखो रंग मिलते हैं ,
होली आती है दुश्मन और दोस्त भी मिलते हैं ।
खुशियों के रंगों में ,हँसी की चमक है,
स्मृतियाँ अनेक और जाने कितने सपने मिलते हैं ।
हँसी से भरे और खुशियों से सराबोर ,
दोस्तों को पास लाती होली और दुश्मन भी गले मिलते हैं।
संगीत का मोहक समा और नृत्य का साथ,
ढोल और शहनाई जहाँ थिरकते पैरों को मिलते हैं।
होली की आत्मा को अपने आंगन में उतार लो ,
प्रेम के इस उत्सव में दया क्षमा भी संग मिलते हैं।
जीवन की तारीफ़ और मिठाइयों के साथ ,
हँसी के मंदिर में यादों के ख़ज़ाने मिलते हैं ।
क्योंकि इस उत्सव में कोई भी दिल अलग नहीं होते ,
होली के तारे के नीचे प्यार में एक रूप सभी मिलते हैं ।
आप सभी को होली की बहुत बहुत शुभकामनाएँ,
अतुल्य संतोष से भरी और अपार ख़ुशियों की बारात लाती हुई ,होली आपके लिए शुभ हो, मंगलमय हो।
चेतना साबला
मुंबई
2 Comments
Excellent! Great choice of words.
Very nice !!! Congratulations 🎈