वीर रानी दुर्गावती
वीर रानी दुर्गावती मातृ भूमि हित मर मिटी, गोड़वाना की रानी थी। मान सम्मान हित लिखी, खून से सनी कहानी थी।। कीर्तिराय की बेटी, दलपत शाह की रानी थी। प्रजा की रानी प्यारी, प्रियम्बा दुर्गा भवानी थी।। दलपत स्वर्ग सिधारे, विधवा हुई तब रानी थी। वीर पुत्र को गद्दी दे, [...]