जन-गीत
जन-गीत क्या सूरत देखो तो,इस जन गण मन की है! जैसे अपनी मां से , बिछुड़े बचपन की है।। ओ! जननायक मेरे , कुछ इसकी भी सुनले इस ताने-बाने को , अब तो ढंग से बुनले है गीत भले मेरा , पर धुन जन-जन की है। अरे धन के लिए [...]
जन-गीत क्या सूरत देखो तो,इस जन गण मन की है! जैसे अपनी मां से , बिछुड़े बचपन की है।। ओ! जननायक मेरे , कुछ इसकी भी सुनले इस ताने-बाने को , अब तो ढंग से बुनले है गीत भले मेरा , पर धुन जन-जन की है। अरे धन के लिए [...]
सेवा भारती मेरठ महानगर पश्चिम में एक नये शिक्षा केन्द्र का जंगेठी में उद्घाटन जंगेठी ,मेरठ l सेवा भारती मेरठ महानगर पश्चिम द्वारा सेवा बस्तियों में भारतीय संस्कृति के अनुरूप संस्कार एवं शिक्षा दिए जाने के लिए ग्राम जंगेठी में “सरस्वती संस्कार एवं शिक्षा ” केन्द्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि [...]
सहारनपुर के शिक्षक सुनील कुमार “खुराना”ने सोलन, हिमाचल प्रदेश में फहराया परचम उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद के नकुड़ नगर के शिक्षाविद, शिक्षक एवं अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार , कवि ,लेखक और WORLD RECORD BOOK HOLDER के साहित्य के क्षेत्र में अतुलनीय व सराहनीय कार्य तथा नि:स्वार्थ साहित्यिक समर्पण भाव [...]
शिक्षक,साहित्यकार,लेखक और कवि सुनील कुमार ‘खुराना’ जी ग्लोबल आइकन अवार्ड से सम्मानित इंटरनेशनल हेल्पिंग फाउंडेशन के अध्यक्ष बिजया दास ने सुनील कुमार “खुराना” सहारनपुर उत्तर प्रदेश जी के सामाजिक व साहित्यिक लगन,समर्पण व उपलब्धियों को देखकर सम्मानित करते हुए गौरवान्वित है। संस्था के ब्रांड एंबेसेडर मोना चौधरी ने सुनील कुमार [...]
विवेकानंद स्वामी कोलकत्ता में जन्म लिए थे विश्व विख्यात व्यक्ति बने थे देश के विशाल मनीषी थे आत्म ज्ञान के पुरोधा थे बचपन में नरेन्द्र नाम से प्रसिद्ध थे श्रीनिवास उन्नति से विकास होता है देश आगे बढ़ता है समाज विकसित होता है मानव खुशहाल होता है विकास से परिवर्तन [...]
शिक्षक,साहित्यकार,लेखक और कवि सुनील कुमार ‘खुराना’ जी ग्लोबल आइकन अवार्ड से सम्मानित इंटरनेशनल हेल्पिंग फाउंडेशन के अध्यक्ष बिजया दास ने सुनील कुमार “खुराना” सहारनपुर उत्तर प्रदेश जी के सामाजिक व साहित्यिक लगन,समर्पण व उपलब्धियों को देखकर सम्मानित करते हुए गौरवान्वित है। संस्था के ब्रांड एंबेसेडर मोना चौधरी ने सुनील कुमार [...]
आलेख बुजुर्गों की सेवा ************ वर्तमान में बुजुर्गों की सेवा के बारे सोचकर मन कसैला हो जाता है। आधुनिकता की अंधी दौड़, बढ़ते एकल परिवार की बलबेदी पर यदि किसी को सर्वाधिक दीन-हीन, असहाय और बेबस किया है तो वो हैं हमारे बुजुर्ग। अब कुछ लोग इसका विरोध भी करेंगे [...]
सुब्रमण्यम भारती जी के साहित्य की प्रासंगिकता सुब्रमण्यम भारती (1878-1921) भारतीय साहित्य के महान कवि, पत्रकार, और समाज सुधारक थे। उनका साहित्य भारतीय समाज, संस्कृति और राजनीति की गहरी समझ को दर्शाता है। वे विशेष रूप से तमिल साहित्य में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं, लेकिन उनका प्रभाव भारतीय [...]
गरीबी की आग में जलते बेचारे ‘देवना’ की ज़िंदगी यह कहानी बिल्कुल ही वास्तविक है। लेखक ने अपने ही गाँव के सीधे-साधे व भोले-भाले ‘देवनारायण मंडल’ जी, जिन्हें गाँवभर के लोग, चाहे बच्चे हों या बूढ़े, सभी उन्हें प्यार से ‘देवना’ कहकर बुलाते हैं। क्योंकि ‘देवनारायण मंडल’ जी एक गरीब [...]
खुर्जा नगर के डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी ने सोलन, हिमाचल प्रदेश में फहराया परचम उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद के खुर्जा नगर के शिक्षाविद, शिक्षक एवं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. विश्वम्भर दयाल अवस्थी के साहित्य के क्षेत्र में अतुलनीय व सराहनीय कार्य तथा नि:स्वार्थ साहित्यिक समर्पण भाव के दृष्टिगत इंटरनेशनल हेल्पिंग [...]