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बहुत हो गया सूरज दादा…..

बहुत हो गया सूरज दादा….. “बहुत हो गया सूरज दादा। क्रोध नहीं दिखलाओ ज्यादा। अति तेज है किरण तुम्हारी। झुलस रहे हैं नर अरु नारी। “गर्मी अधिक पड़ रही भारी। दानव सी है अत्याचारी। कूलर, एसी,पंखे हारे। हवा छुपी है डर के मारे। “हाल बेहाल होता सारा। ये संसार ताप [...]

प्रकृति भी रो रही है

‘प्रकृति भी रो रही है’ पर्यावरण की इस दूषित हवा में, देखो कैसे ये प्रकृति रो रही है? देखो फैक्ट्रियों से निकलते धुँएँ से, कैसे प्रकृति ये प्रताड़ित हो रही है? अब मानव में मानवता रही नहीं, ये देखकर प्रकृति अब रो रही है। इस प्रकृति के दुश्मन हैं हम [...]

वृक्ष

वृक्ष ये वहीं वृक्ष हैं जो हमें प्राण वायु देते हैं। ये वहीं लता हैं जो हमें सत आयु देते हैं।। वृक्ष से ही मैं तुम और हम सबका जीवन। वृक्ष से ही जीव जंतु पशु खग पंख पवन।। पर वृक्षों का नाश क्यों कर रहा हूँ। अपने पंखों को [...]

पर्यावरण दिवस (5 जून)

पर्यावरण दिवस (5 जून) मस्तिष्क में चढ़ा लापरवाही का,ऐसा देखो आवरण। दोषी हैं हम प्रदूषित करते, अपना ही पर्यावरण।। पेड़-पौधे जीवन में रखते,अपना महत्व विशेष। जीने का मूलमंत्र सिखा कर, देते हमें उपदेश।। स्वयं न खाकर हमको देते, फल-फूल के उपहार। जीवन में कभी चुका न सकते,हम इनका उपकार।। जिंदगी [...]

गांव कहीं अब न सपना बने

गांव कहीं अब न सपना बने गांव अपना कहीं अब न सपना बने, घर बना लो सभी अपने ही गांव में। शहरों में कमाई बहुत हो चुकी, उम्र के इस पड़ाव पर चलो गांव में। थे बचपन की बातों में सपने बहुत, गांव छोड़ा था उनके लिए आपने। थक गए [...]

मां वीणा पाणी कविता

‘मां वीणा पाणी’ हे पद्मासना वीणावादनी ज्ञान बुद्धि प्रदायिनी मार्ग मेरा करिए प्रशस्त शीश पे धरिए वरद हस्त सुरों में अमृत घोलिए ज्ञान चक्षु खोलिए कंठ में विराजिये लेखनी निखारिए शब्द ज्ञान दीजिए अज्ञानता हर लीजिए अनवरत लेखन चले नित्य नव ज्ञान मिले नव चेतना जगाइये नित नव सृजन कराइये [...]

पर्यावरण विदोहन

पर्यावरण विदोहन रोप लो पौध को, सुख मिलेगा सदा, खिल उठेगी जमीं, दुख कटेगा सदा। आप ही आप में, सोच लेना जरा, सांस की आश में, वन खिलेगा सदा।। अपने जीवन के आधार वृक्ष हैं अपनी सांसों के आकार वृक्ष हैं। वृक्ष है तो है जीवन की है हर खुशि, [...]

जैव विविधता का संरक्षण कर,धरती माँ को बचाएं – डॉ ओ पी चौधरी

जैव विविधता का संरक्षण कर,धरती माँ को बचाएं – डॉ ओ पी चौधरी विश्व जैव विविधता दिवस वर्ष 2024 की थीम है “योजना का हिस्सा बनें” ,जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने घोषित किया है।’ जिसका सीधा सा मतलब है कि हमे केवल बातचीत ही नहीं बल्कि उसे धरातल पर उतारना [...]

श्रीमद्भागवत महापुराण आयोजित

श्रीमद्भागवत महापुराण आयोजित जबलपुर – श्रीमद्भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ कथा दिनांक 28.05.2024 को प्रारंभ हुआ जो कि दिनांक 03.05.2024 तक आयोजित है। कथा वाचक आचार्य पं. श्री धर्मेन्द्र अग्निहोत्री जी महाराज है। कथा नित्य सायं 05.00 बजे से रात्रि 08.00 बजे तक एल आई सी कालोनी गंगा सागर आमनपुर जबलपुर [...]

कठिन काव्य के प्रेत नहीं हैं महाकवि आचार्य केशवदास – आचार्य पुनीत बिसारिया

कठिन काव्य के प्रेत नहीं हैं महाकवि आचार्य केशवदास – आचार्य पुनीत बिसारिया झांसी / ओरछा भगवान रामराजा मंदिर के पीछे आचार्य केशव भवन प्रांगण में महाकवि केशव स्मृति समारोह – ओरछा महोत्सव पद्मश्री डा अवध किशोर एड़ियां जी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ । मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भोपाल के [...]