पर्यावरण कारण और निवारण ~
पर्यावरण कारण और निवारण ~
पर्यावरण शब्द परि+आवरण इन दो शब्दों से मिलकर बना है |
परि का अर्थ है ~ चारों तरफ
आवरण का अर्थ है ~ परिवेश
भूमि, जल, वायु, पेड़ पौधे, जीव जन्तु, प्रकृति मनुष्य और उसकी समस्त विभिन्न गतिविधियों से मिलकर जो वातावरण बनता है उसी को हम पर्यावरण कहते हैं |
प्रत्येक बर्ष 5 जून को हम पर्यावरण दिवस मनाते हैं |
जिस वातावरण में हम रहते हैं उसमें प्रदूषण की निरन्तर वृद्धि हो रही है | हमारा रितुचक्र प्रभावित हो गया है |
सुनामी, बाढ, सूखा, अतिवृष्टि, अनावृष्टि जैसे दुष्परिणाम उत्पन्न हो रहे हैं |
मानव जीवन ही प्राकृतिक संसाधनों के अन्धाधुंध दोहन के कारण ही आज समाज में प्रदूषण की विषाक्त स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं |
वायुमंडल का तापमान निरन्तर बढ रहा है |
हमारे वातावरण की रक्षा करने वाली ओजोन परत का क्षरण हो रहा है |
मानव का स्वस्थ शरीर समाज के लिए अति महत्वपूर्ण है |
आज हमारे चारों ओर जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, भू प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, खाद्य पदार्थों में मिलावटी प्रदूषण जैसी विषाक्तता बढ जाने के कारण अनेकानेक प्रकार के रोग, बीमारी चारों तरफ पैर पसार रही हैं |
जलवायु परिवर्तन के अन्तर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के अनुसार विश्व के औसत तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढोत्तरी हुई है |
अधिकांश नगरों में वायु प्रदूषण की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है | इसमें दिल्ली का वायु प्रदूषण तो बर्षों से शोचनीय स्थिति में बना हुआ है |
जहरीली वायु सेवन के कारण बच्चों से लेकर वृद्धावस्था तक सभी लोग खतरनाक बीमारियों के चपेट में आकर प्रभावित हो रहे हैं |
विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के अनुसार संसार के करीब 93 प्रतिशत बच्चे ऐसी प्रदूषित हवा में साँस ले रहे हैं जो न केवल उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचा रही है बल्कि उनके विकास को भी बाधित कर रही है |
प्रदूषित हवा से होने वाली सांस सम्बन्धी बीमारियों के कारण करीब 6 लाख बच्चों की मृत्यु हो चुकी है |
आज अप्रैल, मई के महीने में उमस भरी गर्म हवाओं के चलने से हर कोई बेचैन हैं | हीट बेव लगातार बढ़ रही है |
दिन चढते ही लोग चिपचिपी उमस और पसीने से लथपथ होकर बेचैन होने लगते हैं |
वातावरण में नमी बढने के साथ ही प्रदूषण का स्तर बढता जा रहा है |
गर्मी का कहर मैदानी इलाकों में लू बनकर लोगों की परेशानी बढा रहा है |
कल कारखानों की चिमनियों से निकलने वाला काला मटमैला धुँऐ के बादलों ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है |
दिल्ली जैसे महानगर में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है |
राजस्थान के राज्यों में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस को पार कर रहा है |
मानव के साथ, साथ जीव जन्तु प्राणी जगत गर्मी से बेहाल होकर दम तोड़ रहे हैं |
हवा में घुले हानिकारक कण गर्भ में पल रहे शिशु की मौत या जन्मजात विकार का कारण बन सकते हैं |
ध्वनि प्रदूषण से बडे़, बूढे, जवान लोगों के साथ, साथ नन्हें, मुन्ने नौनिहालों की श्रवणशक्ति पर बेहद बुरा असर पड रहा है | जगह, जगह ध्वनि विस्तारक यंत्रों का बेतहाशा प्रयोग, आवागमन के लिए चलते वाहनों का शोर निरन्तर ध्वनि प्रदूषण की बढोत्तरी कर रहे हैं |
लोगों ने निज हित स्वार्थ साधने के लिए पेड़ पौधों का अन्धाधुंध कटान करके वनों को काटकर शहरों को कंक्रीट का नगर बना ड़ाला है |
पेड़ पौधे ही वायुमंडल को शुद्ध आक्सीजन प्रदान करते हैं | जिससे हमारा वायुमंडल निरन्तर शुद्ध होता रहता है |वृक्ष बादलों को आकर्षित करते हैं और झमाझम बारिश का कारण बनते है |
पानी से लबालब भरे स्वच्छ तालाब, सरोवरों को पाटकर उन पर भी बस्ती बसा कर आबाद कर दिया गया है |
लाखों टन कचरा सबसे अधिक घातक है | जिसमें प्लास्टिक प्रयोग, पालीथिन पन्नी का प्रयोग सबसे अधिक खतरनाक होता है | इन सबके निरन्तर अंधाधुंध प्रयोग के कारण ही प्रदूषण की मात्रा निरन्तर बढती जा रही है | जो हमारे पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रही है |
प्रदूषण निवारण ~
पर्यावरण सुरक्षा के लिए सरकार को उचित कदम उठाने होंगे |
हमें हमारे पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए जल प्रदूषण से बचाना होगा |
कल कारखानों का दूषित पानी गंगा, यमुना,पावन नदियों में समुद्र में गिरने से रोकना होगा |
क्योंकि उपजाऊ भूमि के बिषैली हो जाने से सब्जियों फलों के पौष्टिक तत्व भी दूषित हो जाते हैं |
जिससे इनका सेवन करने वाली मानव शक्ति भी रक्त संक्रमण के द्वारा भंयकर बीमारियों की चपेट में आ जाती है |
जल संरक्षण की ओर ध्यान देना होगा |
बूंदों के रूप में हमें हर साल 4000 अरब घनलीटर पानी बारिश के रूप में मिल जाता है यह पानी हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त है | इसके लिए हमें रिचार्ज जोन तलाशने होंगे जलागमों और जलछिद्रों के माध्यम से बर्षाजल का तालाबों में प्राकृतिक रूप से संचयन करना होगा |
वायु प्रदूषण को समाप्त करने के लिए परिवहन प्रणाली में सुधार करना होगा |
व्यर्थ बजने वाले लाउड स्पीकरों पर लगाम लगानी होगी |
कल कारखानों को आबादी से दूर ले जाना होगा |
उनसे निकलते काले धुँयें पर लगाम लगानी होगी |
मिट्टी में रसायनों के मिल जाने से भी अत्यन्त खतरा उत्पन्न हो गया है | अतः जैविक खाद को उद्योग का दर्जा देना होगा
सार्वजनिक चिकित्सा सेवा को प्रोत्साहित करना होगा |
कचरे को उपयोगी बनाने के लिए ऐसे शोध केन्द्र का निर्माण करना होगा जो कबाड़ को उपयोगी बनाने के साथ ही आर्थिक सहयोग भी प्रदान कर सके |
धरती के फेफड़े वन, वृक्ष हैं | वनों का कटान रोकना होगा | वनीकरण को गाँवों का हिस्सा बनाना होगा |
जंगलों, पहाड़ों की सुरक्षा पर ध्यान देना होगा |
हर घर को जलते ईंधन, लकड़ी के दुष्प्रभाव से रोकना होगा | ईंधन के लिये पेड़ काटने पर लगाम लगानी होगी |
पर्यावरण प्रदूषण के निवारण के लिए राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम को रूप देना होगा |
पेड़ पौधे लगाने के लिए जनमानस में जनचेतना का प्रसार करना होगा |
पेड़ पौधों के रोपण और सिंचन से तड़कती धरा की दरारों को भरने में मदद मिलेगी |
अब यह हमारे मानव समाज का ही कर्तव्य है कि प्रकृति और मानव जीवन के बीच जीवन को सुचारू रूप में चलाने के लिए प्रदूषित पर्यावरण की बढती दुश्वारियों पर रोक लगाये | सचेत, सजग, सावधान होकर प्रकृति के साथ खिलवाड़ न करें | न ही दोहन करे अपितु सृष्टि समृद्घि में मददगार साबित हो | जीवनदायिक पर्यावरण की सुरक्षा करें चारों तरफ खुशहाली के फूल खिलायें |
सीमा गर्ग मंजरी
मेरठ कैंट उत्तर प्रदेश
2 Comments
बहुत बढ़िया प्रस्तुति जी
बहुत सुंदर सार्थक आलेख