डॉक्टर हरी प्रकाश ‘हरि’ को अनागत मार्तंड सम्मान एवं डॉ रश्मि शील जी को अनागत चंद्रिका सम्मान।
डॉक्टर हरी प्रकाश ‘हरि’ को अनागत मार्तंड सम्मान एवं डॉ रश्मि शील जी को अनागत चंद्रिका सम्मान।
लखनऊ, अखिल भारतीय अनागत साहित्य संस्थान लखनऊ के तत्वावधान में अनागत साहित्य संस्थान,योगी नगर त्रिवेणी नगर तृतीय लखनऊ में सरस अनागत काव्य एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता गिरिजाशंकर दुबे गिरिजेश ने किया। मुख्य अतिथि डॉक्टर कर्नल गुर्जर लखनवी एवं विशिष्ठ अतिथि पवन कौशांबी थे। समारोह का सफल संचालन डॉ प्रवीण कुमार पाण्डेय ‘आवारा’ ने किया।
कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण एवं डॉ हरी प्रकाश ‘हरि’ द्वारा प्रस्तुत वाणी वंदना से हुआ।
इस अवसर पर संस्थान द्वारा डॉ हरी प्रकाश ‘हरि’ जी को अनागत मार्तंड सम्मान एवं डॉ रश्मि शील जी को अनागत चंद्रिका सम्मान प्रदान किया गया।
इस अवसर पर डॉ अजय प्रसून, गिरिजा शंकर दुबे ‘गिरिजेश’, लालता प्रसाद गुर्जर लखनवी, राम लखन यादव ‘पवन कौशांबी’, मनमोहन बाराकोटी ‘तमाचा लखनवी’, रामराज भारती फतेहपुरी, आशुतोष तिवारी ‘आशु’, अरविंद रस्तोगी ‘धवल’, डॉ हरी प्रकाश ‘हरि’, डॉ रश्मि शील, हिमांशु सक्सेना ‘अर्श लखनवी’, डॉ इरशाद राही, अखिल कुमार श्रीवास्तव, डॉ प्रवीण कुमार पाण्डेय आवारा, खालिद हुसैन, विजय कुमार शुक्ल ‘अवशेष’ आदि ने अपनी रचनाओं, गीत, गजल, छंदों से सबको भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम का समापन कार्यक्रम अध्यक्ष गिरिजा शंकर दुबे के उद्बोधन एवं काव्यपाठ से हुआ।