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माथे की बिंदी हिंदी

माथे की बिंदी हिंदी भारत माता के माथे की बिंदी हिंदी होती हैl भाषा के विकास से देश की संस्कृति जिन्दी होती है ll चौदह अगस्त उन्नीस सौ उनचास को हिंदी राजभाषा बनी l अपने ही घर में हिंदी रहने लगी सदा अनमनी ll हमसब हिंदी बोलने में सदा संकोच [...]

सन्त श्रीकेशवजी दण्डौती

सन्त श्रीकेशवजी दण्डौती ब्रजमण्डल के भक्तों में जिनको अग्रगण्य भक्त कहते हैं श्रीगोवर्धन जी की परिक्रमा दण्डौती निशदिन करते हैं परिक्रमा करने के कारण केशव जी दण्डौती नाम पड़ा एक बार इक हट्टा-कट्टा साधु आपके सम्मुख आन खड़ा गोवर्धन परिक्रमा के समय श्रीनारायण को भजते हैं श्रीगोवर्धन जी की परिक्रमा [...]

माँ की ममता

:: माँ की ममता :: यह प्यार, तुझी से शुरू हुआ, और खत्म, तुझी पर होना है । तू मेरा, हीरा-मोती है, तू मेरा, चाँदी-सोना है ।।0।। तुम मुझसे ही जुड़ चुके हो अब, उस दिन जब ये एहसास हुआ । मन ही मन, मैंने खुश होकर, हर दर पर [...]

खूबसूरत किताब

खूबसूरत किताब जिंदगी तो हैं एहसासों से रंगी खूबसूरत किताब | आज मैं कर बैठी उस किताब से बात | जब मैंने किया उससे एक सवाल | क्यों हैं सबके जिंदगी में कुछ न कुछ बात को लेकर मलाल | क्यों न रहते सब हमेशा खुशहाल | क्यों नजर आते [...]

द्रौपदी का चीर हरण

द्रौपदी का चीर हरण महाभारत की नायिका सुन्दर प्रतिमा नारी, अग्नि कुंड में जन्मीं ,वैभवशालनी,ज्ञानी थी। अभिमान से कर बैठी थी हास – परिहास। चौसर में हारे सब पांडव द्रुपद सुता को भी। क्रूर दुर्योधन ने दु:शासन से केश पकड़ बुलाया, राजसभा में बैठे धृतराष्ट्र, पितामह, द्रोणाचार्य, शूरवीर सम्मानित जन [...]

आदमी

आदमी आजकल का आदमी, शैतान बनता जा रहा है l भूल कर निज सादगी, हैवान बनता जा रहा है ll बात कोई भी रही हो, पालने में आज उसके l माँ -बाप के अज्ञान से, हैवान बनता जा रहा है ll माँ -बाप को फुर्सत नहीं, मिलती अभी है काम [...]

लिए कृष्ण अवतार

लिए कृष्ण अवतार तीन लोक से मथुरा न्यारी, तेरी तारणहार! मात पिता को मुक्त कराने, लिए कृष्ण अवतार! बंशीधर ने रच के लीला, कंस पे पाया पार! मथुरा जन के अश्रु मिटाने , लिए कृष्ण अवतार। ईश देवकी मात जनीं जब, खुल गए सातों द्वार। अयस बेड़ियां मुक्त कराने, लिए [...]

सलोने श्याम

सलोने श्याम द्वापर युग की है बात, द्वापर युग की है बात l वासुदेव ll माता देवकी के लाल, माता देवकी के लाल l वासुदेव ll क्रूर कंस शासन काल, क्रूर कंस शासन काल l वासुदेव ll जेल उग्रसेन को डाल, तात उग्रसेन को डाल l वासुदेव ll वह था [...]

चांदनी रातों की बातें

चांदनी रातों की बातें मत पूछो चांदनी रातों की बातें वो चांद से मुलाकात की रातें आज भी मन मधुर यादों में खो जाता है बहुत ही लुभावनी और सुहानी होती है आसमां मैं चमकते ये चांद और सितारे मन को कर देते हैं उजियारे वो लम्हें आज भी मुझे [...]

फिर एक बार कृष्ण तुम आ जाओ

फिर एक बार कृष्ण तुम आ जाओ फिर घिर आया अंधियारा जग में , फिर अधर्म का तांडव मचा हैं फैला है कंस ,दुर्योधन – सा आतंक, नहीं हैं सुरक्षित कोई आज यहां । अराजकता का बढ़ रहा साम्राज्य है, मौन हो गया है सत्य और धर्म यहाँ , सबके [...]