डा० कर्नल आदि शंकर मिश्र को काशी हिन्दी विद्यापीठ का ‘मानद स्मृति सम्मान
डा० कर्नल आदि शंकर मिश्र को काशी हिन्दी विद्यापीठ का ‘मानद स्मृति सम्मान
लखनऊ, 10 अप्रैल 2025, डा० कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
आज सायं चार बजे उस समय आश्चर्यचकित रह गये, जब उनके निवास, 17A, ‘आदित्यायन’ पर काशी हिंदी बिद्यापीठ के कुलसचिव महान कवि/ लेखक/ साहित्यकार/ शिक्षाविद् श्री इन्द्रजीत तिवारी ‘निर्भीक’ आर्या प्रकाशन के सर्वे सर्वा श्री सौरभ पांडेय के साथ पधारे। बिना किसी पूर्व सूचना के ऐसे सम्मानित अतिथि को अपने निवास पर देखकर वरिष्ठ साहित्यकार/ कवि/ लेखक/समाज सेवी व सेना से सेवानिवृत डा० कर्नल मिश्र की प्रसन्नता उनके चेहरे पर साफ़ झलकने लगी। दस महीने से कैंसर से पीड़ित डा० कर्नल मिश्र अपनी बीमारी भूल कर अतिथियों के स्वागत में तत्पर थे। डा० कर्नल मिश्र को तब और प्रसन्नता हुई जब आये हुए अतिथियों से ज्ञात हुआ कि काशी हिन्दी विद्यापीठ और कुलपति श्री संभाजी राव तथा कुलाधिपति डा० कवि सुख मंगल सिंह जी के प्रतिनिधि के रूप में विद्या वाचस्पति की मानद उपाधि के साथ ही काशी हिन्दी विद्यापीठ का ‘मानद स्मृति सम्मान’ भी प्रदान करने के लिये पधारे हैं। डा० कर्नल मिश्र को सम्मान स्वरूप पगड़ी धारण करवा कर, पहचान पत्र और लाल सुर्ख बैज से विभूषित कर अतिथियों ने विद्या वाचस्पति की मानद उपाधि और ‘मानद स्मृति सम्मान’ प्रदान किया। श्री इन्द्रजीत तिवारी ‘निर्भीक’ जी ने 76 वर्षीय वयोवृद्ध डा० कर्नल मिश्र की राष्टभक्ति, साहित्यिक सृजन और सामाजिक सेवा कार्य के लिए सादर प्रणाम करते हुए भूरि भूरि प्रशंसा की।
डा० कर्नल मिश्र ने काशी हिन्दी विद्यापीठ का, कुलपति एवं कुलाधिपति का आभार व्यक्त किया और कुल सचिव श्री इन्द्रजीत तिवारी ‘निर्भीक’ जी तथा श्री सौरभ पांडेय का सादर आभार व्यक्त किया और उनके निवास पर पधार कर सम्मानित करने के लिये धन्यवाद दिया।