घर में राम पधारे
पावन दिवस जनवरी बाईस
घर में राम पधारे !
विजई हुआ ये सत्य सनातन
धन-धन भाग्य हमारे !!
बंदी बना दिया पटना में
अवध में गोली चलवाई !
धिक्कार तुम्हें छद्मवेशियों
क्या लाज तुम्भें ना आई !!
लाल हुआ सरयू का पानी
माँ का कोख उजाड़ दिया !
मानवता हो गई कलंकित
छलना का मनुहार किया !!
कमर कसो ऐ देशवासियों
ऐसा दिन फिर ना आए !
सत्तालोलुप गद्दारों का
अब दाल न गलने पाए!!
सत्य सनातन की रक्षा में
लाखों ने जान गवाई !
कितनी सदियाँ बीत गई तब
मंगलमय बेला आई !!
‘जिज्ञासु’ जन गण अधिनायक
कलुष कूट संघारें !
सत्य अहिंसा स्नेह शांति से
भूषित भाव संवारें !!
पावन दिवस जनवरी बाईस
घर में राम पधारे !
विजई हुआ ये सत्य सनातन
धन-धन भाग्य हमारे !!
कमलेश विष्णु सिंह “जिज्ञासु”
9140 896333