ऋतु अग्रवाल को किया गया विद्यावाचस्पति सम्मान से सम्मानित
ऋतु अग्रवाल को किया गया विद्यावाचस्पति सम्मान से सम्मानित
विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर,बिहार द्वारा श्रीमती ऋतु अग्रवाल, उत्तर प्रदेश को उनकी सुदीर्घ सेवा, सारस्वत साधना, कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों, शैक्षिक प्रदेयों, महनीय शोधकार्य एवं राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर अकादमिक परिषद की अनुशंसा पर विद्यावाचस्पति मानद सम्मान से सम्मानित किया गया है। श्रीमती ऋतु अग्रवाल न केवल लेखन की दोनों विधाओं गद्य एवं पद्य में पारंगत है अपितु शास्त्रीय संगीत,कत्थक, कुलिनरी आर्ट और फाइन आर्ट्स की डिग्री एवं डिप्लोमा धारक है। विभिन्न ललित कलाओं में आपकी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए इस विद्यावाचस्पति मानद सम्मान से आपको विभूषित किया गया है ।
निरंतर लेखन कार्य में रत रहते हुए आप संगीत एवं नृत्य की साधना भी करती हैं।देश-विदेश के तमाम समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स एवं सांझा संकलनों में आपकी रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। आपका एकल ग़ज़ल संग्रह ‘अनामिका हूँ’ प्रकाशित हो चुका है।ऋतु अग्रवाल मंच संचालिका की भूमिका भी बख़ूबी निभाती हैं।विभिन्न मंचों पर संगीत एवं नृत्य की अनुपम, मनभावन प्रस्तुतियाँ आपके द्वारा दी जा चुकी हैं। लेखन, चित्रकारिता,पाककला,नृत्य एवं शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उभरता सितारा ऋतु अग्रवाल मेरठ, उत्तर प्रदेश की निवासी हैं जिनका जन्म स्थान दिल्ली है। आपके माता-पिता श्रीमती संतोष अग्रवाल एवं श्री रमेश चंद्र अग्रवाल हैं। चार भाई बहनों में ऋतु अग्रवाल दूसरे स्थान पर हैं। ऋतु अग्रवाल के पति श्री पंकज अग्रवाल मेरठ के जाने-माने व्यवसायी हैं। ऋतु अग्रवाल का एकमात्र पुत्र पवित्र अग्रवाल अभी अध्यनरत है।