भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाने में जानकी मां की अहम भूमिका
भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाने में जानकी मां की अहम भूमिका
औरंगाबाद 17/5/24
सदर प्रखंड स्थित ग्राम जम्होर में जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के तत्वावधान में सनातनी परंपरा का महान पर्व जानकी नवमी धूमधाम से मनाई गई।सर्वप्रथम माता जानकी जी के चित्र पर उपस्थित लोगों द्वारा पंचोपचार विधि से पूजन अर्चन किया गया।तत्पश्चात माता जानकी के जीवन वृत्त पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह,उपाध्यक्ष डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा,महामंत्री धनंजय जयपुरी,संरक्षक मंडल ज्योतिर्विद शिवनारायण सिंह के आह्वान पर जन्मोत्सव समारोह की अध्यक्षता विधायक प्रतिनिधि प्रदीप कुमार सिंह ने किया।भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाने में जानकी माता की अहम भूमिका विषयक विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए संस्था के उपाध्यक्ष सुरेश विद्यार्थी ने कहा कि जनक नंदिनी जानकी मां भूमि से जन्म ली थीं।भगवान श्री राम के साथ परिणय सूत्र में बंधने के बाद वन गमन में उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चली।उनके आदर्श चरित्र में एक साथ नारी के सभी रिश्तों की व्याख्या हो जाती है।पुत्री के रूप में पिता जनक के साथ,बहु के रूप में सासु मां कौशल्या के साथ,पत्नी के रूप में श्री राम के साथ,भाभी के रूप में देवर लक्ष्मण के साथ,माता के रुप में सेवक हनुमान के साथ ऐसे चरित्र का प्रस्तुतीकरण किए गए हैं जो आज वर्तमान परिवेश में समाज के एक उदाहरण के रूप में व्याख्यायित हैं।मौके पर सुजीत कुमार सिंह,राणा सुनील,शिक्षक सतीश कुमार सिंह,स्वच्छता पर्यवेक्षक नंदजी यादव, विकास कुमार यादव,गायक अमित कुमार सिंह, सोमप्रकाश रविकर, सौरभ राज सहित अन्य उपस्थित थे।