सिर पर होगा ताज
सिर पर होगा ताज
महिमा जानो राम नाम की, राम रखेंगे लाज।
बिगड़े सारे काम बनेंगे, सिर पर होगा ताज।।
विपदा ने घेरा हो प्राणी, कठिन गिरी हो गाज।
बिगड़े सारे काम बनेंगे, सिर पर होगा ताज।।
आहत मन बेबस हो जाये, पड़े रंग में भंग।
चैन न पाएं व्याकुल मनुवा, बढ़े जिया में जंग।।
काम क्रोध विकार का घेरा, बचना होगा आज।
बिगड़े सारे काम बनेंगे, सिर पर होगा ताज।।
ये जीवन एक गहरी नदियां, राम नाम पतवार।
झूठी नगरी दो दिन रहना, जाना होगा पार।।
राम नाम पतवार थाम ले, बजता सुख का साज।
बिगड़े सारे काम बनेंगे, सिर पर होगा ताज।।
राम नाम संजीवन बूटी, जीवन का आधार।
राम नाम अनमोल खजाना, राम सुखद आगार।।
जो झुकता है चरण कमल में, राघव रखते लाज।
बिगड़े सारे काम बनेंगे, सिर पर होगा ताज।।
सीमा गर्ग मंजरी
मेरठ कैंट उत्तर प्रदेश