बुजुर्ग हमारे प्रेरणास्रोत और बटवृक्ष होते हैं
बुजुर्ग हमारे प्रेरणास्रोत और बटवृक्ष होते हैं,
नरसिंहपुर.. भारतीय संस्कृति संस्कार साहित्य धर्म भक्ति राष्ट्रभक्ति वृक्षारोपण नशामुक्ति सहित बरिष्ठ जनों के बेहतर स्वास्थ्य सुखी जीवन और मान सम्मान हेतु वरिष्ठ जन परिषद नरसिंहपुर द्वारा विभिन्न आयोजनों के माध्यम से निरंतर प्रयास किया जा रहा है।इसी क्रम में म.प्र.शासन के पूर्व राज्य मंत्री जालम सिंह पटेल मुन्ना भैया के आतिथ्य
में राम जानकी मंदिर धनारे कालोनी नरसिंहपुर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बुजुर्गो का स्वागत सत्कार करते हुये श्री पटेल ने कहा कि जहां बड़े बुजुर्गो का सम्मान होता है वहां सुख शांति और आनंद होता है। बुजुर्ग बो बटवृझ हैं जो हमें सुखद छांव और मार्गदर्शन देते हैं। उक्त अवसर पर श्री पटेल व वरिष्ठ जन परिषद ने पेंशन समाज के अध्यक्ष वरिष्ठ नागरिक भाई शिव कुमार चतुर्वेदी का उनके जन्मोत्सव पर शाल श्रीफल स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत सम्मान व नागरिक किया।ओज कवि गुरुवर अशोक त्रिपाठी ने बुजुर्गों के सम्मान में काव्यपाठ यूं किया… कहीं पे धूप तो कहीं छाया है किसके नसीब में क्या आया है, मुकद्दर का सिकंदर तो वही है सिर पर जिसके बुजुर्गों का साया है।एड.चौधरीजोगेंदर सिंह पं.एम एल हरदेनिया देवेन्द्र दुबे राजेन्द्र शर्मा डा महेश त्रिपाठी डी डी गोस्वामी सहित अनेक वरिष्ठ जनो ने अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम के दूसरे दौर में डा.अनंत दुबे ने अपनी ओर से बधाईयां शुभकामनाएं देते हुए कहा कि परिषद का यह सराहनीय प्रयास है।नव पीढ़ी सहित हम सबको बुजुर्गों का सम्मान व उनकी सेवा करना चाहिए।अंतमें परिषदअध्यक्ष गणेश कुमार चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन के साथ ही सभी का आभार प्रदर्शन किया।कार्यक्रम का सरस रोचक संचालन कविवर अशोक त्रिपाठी ने किया।