प्रेमचंद जयंती पर विचार गोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजन
प्रेमचंद जयंती पर विचार गोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजन
औरंगाबाद 2/8/24
जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित ब्लॉक मोड़ के समीप पृथ्वीराज चौहान स्मृति स्थल के सभागार में साहित्यसेवियों द्वारा भारत के महान साहित्यकार उपन्यास सम्राट प्रेमचंद जी की 144वीं जयंती समारोह के मौके पर विचार गोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजन किया गया। पृथ्वीराज चौहान चैरिटेबल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह के अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का संचालन शब्दाक्षर के जिलाध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद केसरी ने किया। ट्रस्ट के वरीय सदस्य रामप्रवेश सिंह, चंद्र प्रकाश विकास,खैरा पंचायत के पूर्व मुखिया सत्येंद्र नारायण सिंह, समाजसेवी कमलेश सिंह,संजय कुमार सिंह की गरिमामई उपस्थिति में लोगों ने संबोधन के क्रम में कहा कि प्रेमचंद का साहित्य पूरे हिंदुस्तान के समग्र दर्शन का साहित्य है।राजनीतिक, धार्मिक,आर्थिक,सामाजिक क्षेत्र में जितने भी घटनाएं घटित हो रही हैं उन सभी घटनाओं का चित्रण प्रेमचंद के साहित्य में बरबस दिखाई पड़ता है।विनय मामूली बुद्धि द्वारा हास्य व्यंग्य काव्य ने सबको हंसाया तो अनुज बेचैन की कविता हृदय के गहराइयों तक पहुंची।जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री धनंजय जयपुरी की छंदबद्ध कविताएं आत्मिक दिशा का बोध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।हिमांशु चक्रपाणि के ग़ज़ल ने लोगों को भाव विभोर कर दिया।अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा गया कि प्रेमचंद का साहित्य जन जन से जुड़ी है एवं उनकी रचनाएं आमजन को प्रेरित करने वाली होती हैं।जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष पंकज पासवान ने कहा कि प्रेमचंद का साहित्य सामाजिक कुरीतियों को दूर करने वाली होती है।राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित साहित्यकार आफताब राणा ने शायराना अंदाज में प्रेमचंद को श्रद्धांजलि दी। धन्यवाद ज्ञापन सुरेश विद्यार्थी द्वारा किया गया।