मतदान और मतदाता, देश का भाग्य विधाता: डॉ कन्हैया साहू ‘अमित ‘ (शिक्षक)
मतदान और मतदाता, देश का भाग्य विधाता: डॉ कन्हैया साहू ‘अमित ‘ (शिक्षक)
लोकतंत्र का पर्व, देश का गर्व। लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा निर्वाचन हेतु शत प्रतिशत मतदान करने का निवेदन शिक्षक कन्हैया साहू ‘अमित’ ने किया है। एक नवाचारी शिक्षक एवं उत्कृष्ट साहित्यकार डॉ कन्हैया साहू ‘अमित’ ने राष्ट्र के निर्माण में मतदान को अत्यावश्यक बताया है। नहीं कोई मजबूरी, मतदान बहुत जरूरी। सबसे पहले मतदान फिर अपना काम। देश की सुखद भविष्य हेतु बिना किसी प्रलोभन, दबाव एवं पक्षपात रहित मतदान सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। लोकतंत्र का उपहार, मतदान का अधिकार। अपने मताधिकार का प्रयोग हमें हर हाल में करना चाहिए। देश के नागरिकों को अधिक से अधिक देश हित में अपने मतदान करना चाहिए। मतदान करना है अनिवार्य, इसके बाद ही कोई कार्य। मतदाता निर्वाचन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू होता है। मतदाता की सतर्कता एवं जागरूकता ही उपयुक्त जनप्रतिनिधि का चयन कर सकता है। लोकतंत्र का अलख जगाएँ, मतदान करने अवश्य जाएँ। जन-जन का कल्याण होगा, जब सौ फीसदी मतदान होगा। चाहे कोई भी चुनाव हो हम सबको बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। हम वोट नहीं डालेंगे तो क्या फर्क पड़ेगा! ऐसा हमें कभी नहीं सोचना चाहिए। एक वोट से होती जीत-हार, अपना वोट, अपनी सरकार। लोकतंत्र में एक वोट का भी अत्यंत महत्व होता है। अपने वोट की कीमत पहचानें, मतदान करना है, मन में ठानें। बुजुर्ग, जवान और नवयुवक मतदान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। अठारह साल पूरा होने के बाद, सबसे पहले मतदान को करें याद। वर्तमान में युवाओं के ऊपर सबसे बड़ी जिम्मेदारी है लोकतंत्र को सुदृढ़ करने की है। प्रशासन ने अपनी ओर से पूरी तैयारी कर रखी है कि शत प्रतिशत मतदान हो। विभिन्न प्रकार के मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। मतदाता जागरूक हो और अपने मताधिकार का अधिकाधिक प्रयोग अवश्य करें। अपने राष्ट्र का भाग्य स्वयं बनाओ, हर हाल में मतदान करने जाओ। हम सबको भी इस लोकतंत्र पर्व विशेष में मतदान करना सुनिश्चित करना चाहिए। मतदान ही पाँच वर्षों के लिए हमारा प्रतिनिधि निर्धारित करता है। इसीलिए आप सभी से अनुरोध है कि सोच समझकर देशहित में अपना मतदान अवश्य करें, फिर कहीं और पग धरें। सजग नागरिक की पहचान, करें और कराएँ मतदान। जहाँ आपका मतदान केंद्र तय है वहाँ अपना मतदाता परिचय पत्र या अन्य कोई मान्य पहचान पत्र लेकर जाएँ और मतदान करके आएँ। राष्ट्र की प्रगति, सुदृढ़ता, आंतरिक और बाह्य सुरक्षा, सुख समृद्धि तथा आत्मनिर्भरता हेतु शत प्रतिशत मतदान ही एकमात्र विकल्प है। हम सबकी है यह जिम्मेदारी, मतदान करें सब नर-नारी। जण गन मन की जयकार, मतदाता ही सबसे दमदार। अपने विवेकानुसार योग्य प्रत्याशी को अपना जनप्रतिनिधि चुनें। मदिरा, माँस, रूपिया, गहना, नहीं चाहिए हमको कहना। बिना किसी दबाव के मतदान करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। पहले अपने मन की सुनो, सोच समझकर सरकार चुनो। टिकाऊ और सशक्त सरकार चाहिए तो हम सबको मतदान करना अति आवश्यक है। लोकतंत्र की माला न टूटे, कोई वोटर कहीं न छूटे।
चुनाव आयोग है शक्तिशाली, लोकतंत्र का करता रखवाली। चुनाव आयोग की ओर से भरसर प्रयास जारी है कि मतदाताओं में जागरूकता आए और मतदान के प्रतिशत में वृद्धि हो। मशीन के बारे में फैली भ्रामक बातों का खंडन करते हुए मशीन का प्रदर्शन जगह-जगह किया गया है। ईवीएम में नहीं है खोट, जो बटन दबाओ वही पड़ता वोट। मतदाताओं का मशीन के प्रति विश्वसनीयता बढ़े। ईवीएम श्रम व समय बचाता, त्रुटिहीन यह परिणाम बताता। यह मशीन पूरी तरह सुरक्षित है। ईवीएम करता कोई न गलती, यहाँ किसी की चाल न चलती। अधिकार और कर्तव्य जानें, सर्वप्रथम मतदान की ठानें। देश में अस्थिरता, गरीबी, बेरोजगारी आदि समस्याओं का समाधान मतदान ही है। समस्याओं का एक ही हल, मतदान करने घर से निकल। न भय, न प्रलोभन से, मतदान करें अपने मन से। मशीन या मतदान को लेकर मन में कोई भ्रम न पालें, अपने मतदान केंद्र में जाकर वोट डालें। किसी भी प्रकार के लालच, डर, दबाव में आए हमें अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। समाज का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते पुनश्च आप सभी से विनम्र निवेदन है कि सब काज छोड़कर, हो आइए मतदान से नाता जोड़कर। मतदान करने के लिए आप सभी मतदाताओं का आत्मीय आभार।