भारतीय विक्रम संवत 2081 की शारदीय नवरात्रि की आप सभी को सपरिवार बधाई व शुभकामनायें।
भारतीय विक्रम संवत 2081 की शारदीय
नवरात्रि की आप सभी को सपरिवार बधाई व शुभकामनायें।
माँ दुर्गा के मंत्र पाठ से हम कई मुसीबतों से बाहर आ सकते है। पूर्ण श्रद्धा से किया गया मंत्र उच्चारण फल अवश्य देता है।
1. उपयुक्त इच्छा पूर्ति के लिए दुर्गा मंत्र। यह मंत्र सभी प्रकार की सिद्धि पाने में मदद करता है, यह मंत्र सबसे प्रभावी और गुप्त मंत्र माना जाता है।
ॐ ह्रीं दुं दुर्गायै नम:।
2. यह देवी माँ का बहुत लोकप्रिय मंत्र है। दुर्गा सप्तशती प्रदर्शन से पहले इस मंत्र को सुनना आवश्यक है। यह मंत्र दोहराने से हमें सुंदरता, बुद्धि और समृद्धि मिलती है।
ॐ अंग ह्रींग क्लींग चामुण्डायै विच्चे ।
3. गौरी मंत्र :
अच्छा पति मिलने के लिए दुर्गा मंत्र :
हे गौरीशंकरार्धांगिनी, यथा त्वम शंकरप्रिया ॥
तथा मां कुरु कल्याणी कान्तकान्तम् सुदुर्लभं॥
4. दुर्गा सप्तशती जैसा शक्तिशाली मंत्र,
सब प्रकार के कल्याण के लिये दुर्गामंत्र :
सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते।
5. धन प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो:
स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्यदु:खभयहारिणि का त्वदन्या
सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता॥
6. आकर्षण के लिए दुर्गा मंत्र:
ॐक्लींग ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवतीही
सा, बलादाकृष्य मोहयमहामाया प्रयच्छति”।
7. विपत्ति नाश के लिए दुर्गा मंत्र:
शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे।
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते॥
8. शक्ति प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र:
सृष्टिस्थितिविनाशानां शक्तिभूते सनातनि
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोऽस्तु ते॥
9. रक्षा पाने के लिए दुर्गा मंत्र:
शूलेन पाहि नो देवि पाहि खड्गेन चाम्बिके।
घण्टास्वनेन न: पाहि चापज्यानि:स्वनेन च॥
10. आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए
दुर्गा मंत्र:
देहि सौभाग्यमारोग्यंदेहि मे परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि॥
11. भय नाश के लिए दुर्गा मंत्र:
सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्ति समन्विते।
भयेभ्याहि नो देवि दुर्गे देवि नमोऽस्तु ते॥
12. महामारी नाश के लिए दुर्गा मंत्र :
जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री सवाहा स्वधा नमोऽस्तु ते॥
13. सुलक्षणा पत्नी की प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र:
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्॥
14. पाप नाश के लिए दुर्गा मंत्र :
हिनस्ति दैत्यतेजांसि स्वनेनापूर्य या जगत्।
सा घण्टा पातु नो देवि पापेभ्योऽन: सुतानिव॥
15. भुक्ति-मुक्ति की प्राप्ति के लिए दुर्गा मंत्र :
विधेहि देवि कल्याणं विधेहि परमांश्रियम्
रुपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषो जहि।
16. सभी के कल्याण के लिए दुर्गा मंत्र :
देव्या यया ततमिदं जगदात्मशक्त्या
निश्शेषदेवगणशक्तिसमूहमूत्र्या
तामम्बिकामखिल देवमहर्षिपूज्यां
भकत्या नता: स्म विदधातु शुभानिसान:।
17. शक्तिशाली दुर्गा बमंत्र हर तरह के भय एवं संकट से आपकी रक्षा के लिए:
रक्षांसि यत्रोग्रविषाश्च नागा
यत्रारयो दस्युबलानि यत्र ।
दावानलो यत्र तथाब्धिमध्ये
तत्र स्थिता त्वं परिपासि विश्वम्॥
18. विघ्नों के नाश, दुर्जनों व शत्रुओं को मात व अहंकार के नाश के लिए दुर्गा गायत्री मंत्र:
ॐगिरिजायै विद्महे शिव धीमहि तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्॥
संकलन कर्ता : कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
लखनऊ