चुनाव: लोकतंत्र की शान
चुनाव: लोकतंत्र की शान
आवाज उठाने जन-गण की,
अच्छे नेताओं को ही चुनना है।
विश्वसनीय नेताओं को ही अब,
मंदिर संसद में हमें सुनना है ।।
अब बचे हैं दिन दो चार सही,
महापर्व लोकतंत्र का मनाने को।
आलस्य छोड़ सहभागी बने,
तैयार हो बूथ तक जाने को।।
यदि प्यार देश से करते हो,
मतदान तुम्हें करना होगा।
दें मत को पूर्ण विचार करके ही,
ताकत वोट की समझना होगा।।
भगवानदास शर्मा “प्रशांत”
इटावा उत्तर प्रदेश
दूरभाष: 70 177 77083
ईमेल: bhagwandas.das@rediffmail.com