शब्दाक्षर द्वारा मांगलिक समारोह के अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन
औरंगाबाद – सदर प्रखंड स्थित ग्राम जम्होर में समाजसेवी कृष्णा मेहता के आवास पर प्रीति एवं शिशिर के वैवाहिक समारोह के अवसर पर दिनांक 01.03.2024 को कवि-सम्मेलन का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्तर की साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ के तत्त्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन की अध्यक्षता जम्होर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रदीप कुमार सिंह ने किया, जबकि संचालन मशहूर शायर एवं ख्यातिप्राप्त उद्घोषक आफताब राणा ने किया। आयोजक कृष्णा मेहता एवं मुखिया प्रतिनिधि द्वारा सभी कवियों को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया। कवि-सम्मेलन की शुरुआत जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपाध्यक्ष सुरेश विद्यार्थी ने सरस्वती वंदना के साथ की। आधुनिक काव्य के प्रयोगधर्मी कवि नागेंद्र कुमार केसरी ने अपने काव्यपाठ में- ‘मधुमास आया प्रीयतम हे सखी’ एवं ‘एक नन्हा बच्चा सोया था’ गाकर किया। इकबाल अख्तर दिल ने-‘ सूरज निकल गया तो फिर जलने दिया एवं हसरत देखा है तो मेरे ताज’ गाया तो दर्शकदीर्घा में बैठे लोग मंत्रमुग्ध हो गए। धनंजय जयपुरी की कविता-‘ पापा कनहीं देखताक के हमर करा द शादी’ पर लोग अपनी हंसी को रोक नहीं पाए वहीं विनय मामूली बुद्धि की व्यंग्यबाण ने लोगों को खूब हंसाया। संचालक आफताब राणा की प्रस्तुति- ‘कितनी रातें बीत गई हैं तब आई है शाम सुहानी’ सुनकर लोग भाव-विभोर हो गए। अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि इस तरह का आयोजन से सामाजिक समरसता एवं भाईचारे को बढ़ावा मिलता है ।साहित्य सबके हित की बात करता है एवं समाज को जोड़ने का कार्य करता है। मौके पर मिथिलेश मेहता,नाथुन मेहता, बाबूलाल,देवेंद्र भारतीय,राणा सुनील,अधिवक्ता राम पुकार ओझा,समाजसेवी सुरेश यादव वासुदेव यादव,रामबचन मेहता सूर्यदेव मेहता,सुजीत कुमार सिंह पवन कुमार सिंह, राहुल कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।