रक्षाबंधन महापर्व
रक्षाबंधन महापर्व
यह रक्षाबंधन महापर्व है , रक्षा धर्म समझने को ।
मानव जन्म मिला हुआ जो, सबकी रक्षा करने को ।।
सत्य सनातन धर्म ही हमको, रक्षा धर्म सिखाते हैं।
हर प्राणी में ईश्वर होता, हमको यही बताते हैं ।।
हमने देखा हर पूजा में , धर्म सूत्र बंधवाते हैं ।
धर्म तंत्र के रक्षक हम हैं, याद हमें ये दिलाते हैं ।।
जन्म लिया यह दुनिया में सब, भाई बहन ही होते हैं।
सृष्टि क्रम को बनाए रखने, पति-पत्नी भी होते हैं ।।
इनके लिए भी अनुशासन है, धर्ममय ही रहने का ।
निष्कलंकमय जीवन जीते, मानव धर्म निभाने का ।।
संदेश यह पर्व है देता , नारी का सम्मान करो ।
हर नारी की भाई बनकर, पवित्र दृष्टि रखा करो ।।
जरूरत पड़े तो ढाल बनो तुम,ना अबला सा रहने दो ।
शीलयुक्त व निर्भीक जीवन , उनको भी तो जीने दो ।।
बसंत कुमार “ऋतुराज”
अभनपुर