संविधान दिवस परिचर्चा……
संविधान दिवस परिचर्चा……
कायमगंज…. संविधान दिवस पर राष्ट्रीय प्रगतिशील फोरम द्वारा कृष्णा प्रेस परिसर में आयोजित संगोष्ठी में एडवोकेट राजवीर सिंह शाक्य ने कहा के जीवंत एवं जागरूक समाज तथा सक्षम व सजग न्यायपालिका जनतंत्र की सफलता की सबसे बड़ी गारंटी होती है ।हमारे देश में उच्चतम न्यायालय भारतीय संविधान का सर्वोच्च प्रहरी है। प्रोफे .रामबाबू मिश्र रत्नेश ने कहा कि भारतीय गणतंत्र का नियमन व अनुशासन संविधान से चलता है न कि शरिया या मनुस्मृति से। पक्ष एवं विपक्ष के राजनेताओं को संविधान की राजनीति करने के बजाय उसका सम्यक अध्ययन व उसके अनुसार आचरण करना चाहिए ।डॉ. सुनीत सिद्धार्थ ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर ने देश के वांछित व उपेक्षित वर्गों के लिए संविधान में प्रावधान सुनिश्चित किये। प्रधानाचार्य शिवकांत शुक्ला ने कहा कि हमारा संविधान लचीला भी है और कठोर भी ।मौलिक अधिकारों की रक्षा करने का दायित्व हमारे सुप्रीम कोर्ट पर है ।पूर्व प्रधानाचार्य अहि वरन सिंह गौर ने कहा कि व्यक्तिगत संपत्ति के ध्वस्ती करण और अधिग्रहण पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय दूरगामी परिणाम देने वाला है। गीतकार पवन बाथम ने कहा..
संविधान रच कर गए बाबा भीम महान।
ऋणी रहेगा सदा ही उनका हिंदुस्तान।।
संविधान ही कर रहा सबकी पूरी आस।
प्रजातंत्र में बस रहा हम सब का विश्वास।। युवा कवि अनुपम मिश्रा ने कहा कि
विग्रह कारी तत्व भी कर न सकें कुछ खेल ।
संविधान के हाथ में सब की रहे नकेल।।
वी. एस.तिवारी ने कहा
संविधान हर कदम पर रखता सजग निगाह।
भारत में संभव नहीं बनना तानाशाह।।
कार्यक्रम में मोहम्मद शाहिद, अब्दुल बहाव बहार, साकेत कुमार और अंकित मिश्रा आदि लोग भी उपस्थित रहे।