पायल लाठ ने दी साइकल, अब ज़िंदगी की राह आसान हुई
पायल लाठ ने दी साइकल, अब ज़िंदगी की राह आसान हुई
समाजसेवा में सक्रिय पायल एक नया सवेरा वेलफेयर फाउंडेशन की अभिनव पहल
बिलासपुर, छत्तीसगढ़। पूर्णिमा केंवट अनाथ बच्ची है वो पढ़ाई के साथ ही घरेलू काम करके अपना और अपनी छोटी बहन का जीवन गुजर बसर कर रही है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की सक्रिय समाजसेवी महिला पायल एक नया सवेरा वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष पायल शब्द लाठ को उनकी तकलीफों की जानकारी हुई तो उन्होंने अपनी सालगिरह के मौके पर पूर्णिमा केंवट को नई साइकिल देकर उनकी ज़िंदगी की राह थोड़ी आसान कर दी। अब पूर्णिमा केंवट कॉलेज से लेकर घरेलू काम भी उपहार स्वरूप मिली साइकिल से पूरे करती है। पायल शब्द लाठ ने बताया कि पूर्णिमा के माता पिता का बचपन में ही स्वर्गवास हो चुका है। उसक दुःख दर्द देखा नहीं जाता। वह पढ़ाई के साथ घरों में क़ाम करके अपनी छोटी बहन का पालन पोषण कर रही है। ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद में हमेशा आगे आना चाहिए। पायल ने बताया कि पूर्णिमा की छोटी बहन पूनम का जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड भी नहीं बन पाया है जिसके लिए वे प्रयास कर रही हैं ताकि भविष्य में पूनम अपने पैरों पर खड़ी हो सके। पायल लाठ ने समाजसेवा की कड़ी में पचास बेटियों को निशुल्क स्कूल में दाखिला दिलाने और उन्हें पढ़ाने का बीड़ा उठाया है। उनका कहना है कि कोई भी बेटी पढ़ाई से वंचित ना रहे और उनसे सम्पर्क करके अपनी पढ़ाई निर्बाध रूप से कर सकती हैं।