राजा नारायण सिंह नाटक का लोकार्पण
औरंगाबाद – जिला मुख्यालय औरंगाबाद की महत्वपूर्ण साहित्यिक संस्था जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के तत्वावधान में रियासत पवई निवासी प्रेम शंकर प्रेमी रचित अंग्रेजों के प्रथम शत्रु राजा नारायण सिंह नाटक का लोकार्पण आज किया गया। संस्था के उपाध्यक्ष सह मीडिया प्रभारी सुरेश विद्यार्थी ने कार्यक्रम की समीक्षा की। सुरेश विद्यार्थी ने बताया कि समाहरणालय के समीप अवस्थित श्री कृष्ण सिंह स्मृति स्थल के प्रांगण में आज राजा नारायण सिंह नाटक का लोकार्पण किया गया। यह जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन की 33 वीं कृति के रूप में प्रकाशित की जा रही है। प्रेम शंकर प्रेमी जी उच्च कोटि के विद्वान लेखक के रूप में जाने जाते हैं। उनकी अन्य रचनाएं भाई का कातिल,सिंदुर या संतान,जुगनू बना ज्वाला,खुरपी का बुखार यह सभी नाटक उनकी अप्रकाशित रचनाएं है जो शीघ्र ही प्रकाशित की जाएंगी। बिहार में अंग्रेजों के प्रथम शत्रु राजा नारायण सिंह के बारे में औरंगाबाद जिले से पहली बार किसी लेखक ने उनके जीवन वृत्त पर नाटक के माध्यम प्रकाश डालने का कार्य किया है। लोकार्पण के मौके पर औरंगाबाद जिले के साहित्यसेवियों बुद्धिजीवियों के शामिल रहे।