गांधी जयंती
गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर भाषा विभाग उत्तर प्रदेश शासन के नियंत्रणाधीन उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान व यशोदा रस्तोगी गर्ल्स इंटर कॉलेज, अशरफा बाद के संयुक्त तत्वावधान में वर्तमान समय में गांधी जी की प्रासंगिकता विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।इस अवसर पर महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री जी के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उनकी पुण्य स्मृति को नमन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्या डॉ कुसुम लता राय ने की उन्होंने कहा कि भाषा संस्थान ने इस तरह कार्यक्रम का आयोजन कर एक बहुत अच्छी पहल की है उन्होंने हमारे कॉलेज को चुना हम उनके प्रति बहुत आभारी हैं, निश्चय ही इस तरह के कार्यक्रम बच्चों के लिए प्रेरणा स्वरूप होते हैं उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। मुख्य अतिथि इ सुनील कुमार बाजपेई, वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार रहें, उन्होंने कहा कि गांधी जी के सिद्धांत व उनके जीवन मूल्य आज भी महत्वपूर्ण है, समूचे विश्व में उनका सम्मान और प्रतिष्ठा हैं। गांधी जी के समान ही शास्त्री जी का देश के लिए योगदान अविस्मरणीय हैं। मुख्य वक्ता श्री धर्मेन्द्र नाथ रस्तोगी ने गांधी जी की शिक्षा, उनके द्वारा देश को स्वतंत्र कराने हेतु किए गए कार्यों का उल्लेख किया। डा रश्मि शील ने कहा कि गांधी जी कहते थे कि आप जीवन ऐसे जियो कि मानो किसी भी क्षण आप का अंत हो सकता है और सीखो तो ऐसे मानो आपका जीवन बहुत लंबा है। अर्थात आप जो भी चीज ग्रहण करें उसके प्रभाव को अवश्य समझे, क्योंकि आज आप जो भी सीखते है वह अनवरत आपके साथ रहता है, इसलिए आपका व्यवहार ऐसा हो जो आप अपने लिए चाहते हैं। गांधी जी ने प्रेम, सत्य अहिंसा, स्वच्छता, परिश्रम इत्यादि अनेक जीवन मूल्यों को हमारे समक्ष रखा, जिनका हमें अनुकरण करना चाहिए। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार प्रदीप कुमार यादव, विशिष्ट अतिथि, श्रीमती अपर्णा त्रिपाठी व अन्य विद्वानों ने गांधी जी व देश के प्रधानमंत्री के पद को सुशोभित करने वाले लाल बहादुर शास्त्री के अवदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए। संस्थान के निदेशक श्री विनय श्रीवास्तव ने संस्थान का परिचय, कार्यों, भावी योजनाओं को रेखांकित करते हुए गांधी जी की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कॉलेज की छात्रा इकरा कक्षा 8, रिद्धि 11और पूनम 12ने भी अपनी प्रस्तुति दी। आज का दिन है दो अक्टूबर आज का दिन बड़ा महान गीत छात्रों समूह में प्रस्तुत किया तो उपस्थित सभी लोग झूम उठें।समारोह में कॉलेज के अध्यापकगण व भारी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं। अपर्णा त्रिपाठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।