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“सीनियर सिटीजन यानी वरिष्ठ नागरिक (पेंशनर) और बैंक: एक अनुभव”

“सीनियर सिटीजन यानी वरिष्ठ नागरिक (पेंशनर) और बैंक: एक अनुभव”

मैं 31 जुलाई 2009 को भारतीय डाक सेना सेवा से रिटायर हुआ था। 01 अगस्त 2009 से मुझे पेंशन मिलना शुरू हो गई थी। इस तरह 31 जुलाई 2024 को मुझे पेंशन मिलते हुये 15 साल पूरे हो गये। मेरी आयु भी 09 जुलाई 2024 को 75 वर्ष पूरी हो गई।

मैंने जुलाई के महीने में ही यह सूचना अपनी बैंक को दे दी थी तब बैंक मैनेजर ने बताया कि आपकी कम्यूटेड पेंशन अगस्त की पेंशन के साथ बढ़ाकर दी जाएगी। परंतु 20 अगस्त को बैंक के CPPC ने यह कहकर बढ़ी हुई पेंशन देने से मना कर दिया कि पेंशनर के पीपीओ में पेंशन शुरू होने की तारीख़ 01-04-2019 लिखी है, इसलिए बढ़ी हुई पेंशन 01-04-2034 से मिलेगी।आश्चर्य करने की बात है कि उन्होंने उसी पीपीओ में न जन्म तिथि देखी और न ही रिटायरमेंट की तारीख़ देखी जो पीपीओ में साफ़ साफ़ लिखी थी और न ही पीपीओ में सबसे ऊपर यह देखा कि ‘Revised Pension Payment Order’ उसमें लिखा है।
दरअसल 01 अप्रैल 2019 के पहले मेरी पेंशन आर्मी पोस्ट ऑफिस से मिलती थी और रिवाइज़्ड पीपीओ बैंक से पेंशन भुगतान करने के लिये था। पीपीओ में 01-01-2019 से 31-03-2019 तक का DA एरियर देने का आदेश भी था जो बैंक ने कई बार अनुरोध के बाद भी आज तक नहीं दिया है।
इस सब के बाद मैंने बैंक को एक पत्र पूरी स्थिति स्पष्ट करते हुये पुराने पीपीओ 01-08-2009 से पेंशन शुरू होने के प्रूफ के साथ तमाम प्रपत्र कॉपी करके अलग से भेजे। तब सीपीपीसी ने माना और बढ़ी हुई पेंशन देना शुरू किया।

इसी संबंध में एक वाक़या यहाँ उद्धृत कर रहा हूँ:-
“एक बार एक पेन्शनर को बैंक से नोटिस मिली कि आपका इस वर्ष का जीवन प्रमाण पत्र मिल गया है परंतु उनके आडिट विभाग के अनुसार आपका पिछले साल का जीवन प्रमाण पत्र नहीं मिला है, अत: आप कोई ऐसा प्रमाण दें जिससे यह साबित हो सके कि पिछले वर्ष भी आप जीवित थे।
इस नोटिस का उत्तर देते हुये पेंशनर ने कहा कि ज़्यादा उम्र होने की वजह से उसकी याददाश्त कमजोर हो गई है, उसे याद ही नहीं है कि वह पिछले साल जीवित था और न ही उसके पास कोई प्रमाण है कि वह पिछले साल जीवित था।”
यदि पेंशन पेमेंट अथॉरिटी इस तरह से वरिष्ठ पेंशनर को परेशान करते हैं तो उनके पीपीओ में यह सारी आवश्यक सूचना पहले से पीपीओ निर्गत करने वाले विभाग को दे देनी चाहिये। चूँकि अधिक आयु होने और वरिष्ठ पेंशनर की शारीरिक, मानसिक स्थिति अक्सर कमजोर होने की वजह से देश के अनेकों वरिष्ठ पेंशनर्श के साथ ऐसा होता है इसलिये सरकार को इस संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश भी देना चाहिये।

कर्नल आदि शंकर मिश्र ‘आदित्य’
लखनऊ- 22 सितम्बर 2024

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