आजादी का महोत्सव” के अवसर पर ऑनलाइन कवि-सम्मेलन सम्पन्न
आजादी का महोत्सव” के अवसर पर ऑनलाइन कवि-सम्मेलन सम्पन्न
प्रयागराज – वागीश्वरी काव्य निर्झरिणी साहित्यिक मंच के तत्वावधान में आजादी का महोत्सव के पावन अवसर पर दिनांक 15 अगस्त 2014 को गूगल-मीट के माध्यम से ऑनलाइन कवि-सम्मेलन का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। निर्धारित समय सायं 4 बजे से कवि-सम्मेलन प्रारंभ हुआ तथा लगभग 6.50 तक चलता रहा।
सर्वप्रथम माँ शारदे का वंदन डॉ. वंदना श्रीवास्तव ‘वान्या’ जी ने अपने सुमधुर कंठों से प्रस्तुत किया। इसके बाद संस्था के संस्थापक तथा छंदगुरु डॉ॰ अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ जी नें स्वागत उद्बोधन के माध्यम से सबसे पहले आज कवि सम्मेलन में उपस्थित सभी मनीषियों तथा विदुषियों का स्वागत अभिनंदन किया तथा आज के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत किया। आपने अपने उद्बोधन में स्वतंत्रता दिवस से संबंधित कुछ तथ्यों तथा स्वतंत्रता आंदोलन में भारतीय साहित्यकारों की महती भूमिका से सभा को अवगत कराया। डॉ॰ अर्जुन जी नें समान विचारधारा के लोगों को इस मंच से जुड़ने का आह्वान किया, जिससे आगामी विचाराधीन साहित्यिक गतिविधियों को तथा छंदो की पाठशाला को निरंतर अबाध गति से क्रियाशील रखा जा सके। उन्होनें बताया कि इस पटल पर संचालित सभी गतिविधियाँ तथा ई-पत्रिका (संचेतना के स्वर) पूर्णत: नि:शुल्क हैं।
संस्था की संरक्षक आ० विनीता निर्झर जी के सारगर्भित काव्य-पाठ से कवि-सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात संस्था के सचिव आ० हरीश कुमार सिंह भदौरिया जी ने स्तंत्रता दिवस पर बहुत सुंदर काव्य पाठ प्रस्तुत किया। संचालक आ० विनीता लवानियाँ जी के कुशल संचालन में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संचालित हुआ। सूची के क्रमानुसार उपस्थित कवियों तथा कवयित्रियों डॉ॰ वंदना श्रीवास्तव वान्या, डॉ पंकजवासिनी, डॉ नीता सरोजनी, आ. गौतमी चतुर्वेदी पाण्डेय, मीना माहेश्वरी, दुर्गादत्त मिश्र ‘बाबा’, मंजू जोशी ‘मनु’, विशाल जैन ‘पवा’, संजय हजारीबागी, डॉ उषा अग्रवाल जलकिरण, किरण कुमारी ‘वर्तनी’, मीनाक्षी शर्मा ‘मनुश्री’, प्रोफेसर डॉ शरद नारायण खरे, रीना गुप्ता श्रुति, कीर्ति जायसवाल, मधु गुप्ता महक, मीनाक्षी सुकुमारन , सुधा त्रिपाठी, काजल कुमारी, आराधना उपाध्याय, रीता गुगलानी, पूजा शर्मा, रानू मिश्रा अजिर तथा डॉ. ऋतु अग्रवाल जी ने स्चतंत्रता, देशभक्ति, तिरंगा इत्यादि विषयों पर अत्यंत मनोहारी, प्रेरणादायक, संदेशप्रद तथा संचेतना जागृत करने वाली रचनायें अपने मधुरिम कंठ से सुंदर लय में प्रस्तुत किया। इसके बाद पटल की अध्यक्ष आदरणीया क्षमा पाण्डेय जी ने सुमधुर स्वर में अपना काव्य-पाठ प्रस्तुत किया। तत्पश्चात् संस्थापक डॉ० अर्जुन गुप्ता ‘गुंजन’ जी ने देशद्रोहियों पर केंद्रित अपनी बहुत सुन्दर सारगर्भित तथा सराहनीय काव्य प्रस्तुति दिया। सभी ने अपनी भावाभिव्यक्ति से कार्यक्रम को अपनी रचनाओं के माध्यम से देशभक्ति तथा देशप्रेम के रंग में रंग दिया, जिससे वातावरण अत्यंत खुशनुमा तथा तरंगनुमा बन गया।
इसके बाद आज के कार्यक्रम की अध्यक्ष आ० अर्चना द्विवेदी गुदालू जी ने उपस्थित सभी रचनाकारों की प्रस्तुति की समीक्षा करते हुये अध्यक्षीय उद्बोधन प्रस्तुत किया तथा अपनी काव्य प्रस्तुति दिया। कार्यक्रम के अंत में सचिव आ० हरीश कुमार सिंह भदौरिया जी ने कवि सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाले सभी साहित्य साधकों तथा साहित्य प्रेमियों के प्रति आभार प्रकट करते हुये कार्यक्रम समाप्ति की उद्घोषणा की।