रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
रिश्तों की डोर को प्रेम से संभाला,
राखी का बंधन है ये प्यारा प्यारा।
जिसको भी बांध लेे इस डोर से बहना,
इस बंधन से फिर वो छूटे न दोबारा।
राखी का बंधन है………।
द्रोपदी ने बांधा केवल चार कच्चे धागों से,
बदले में बढ़ाया है, हजारों गज चीर है।
कान्हा और द्रोपदी का, यह रिश्ता है न्यारा।
राखी का बंधन है………।
बांधे जो रक्षा सूत्र, विप्र भी किसी को,
वारे न्यारे हो जाए, दुनिया के दुखों से।
दुनिया के संतापों से, हो जाए वो न्यारा।
राखी का बंधन है………..।
भेजी हुमायूं को, राखी डोर प्यारी प्यारी,
भाई ने भी बहना की, लाज है राखी।
विश्वास का ये धागा, कितना पावन है हमारा।
राखी का बंधन है………।
भाई बहन का यह त्यौहार, होता अति पावन है,
मिलते हैं दोनों के दिल, अति मनभावन हैं।
कच्चे धागों का, यह बंधन है न्यारा।
राखी का बंधन है………..।
रिश्तों की डोर को प्रेम से सॅंभाला,
राखी का बंधन है ये प्यारा प्यारा।
रश्मि पांडेय शुभि
जबलपुर