हर हर महादेव मंशा पूरण महादेव(स्तुति)
हर हर महादेव
मंशा पूरण महादेव(स्तुति)
जय जय महादेवा, प्रभु सब देवों के देवा
मात भवानी सह शंकर जी, देखो प्रभु की शोभा।।
चाँदऔर सूरज करत प्रार्थना हम सबके जीवन की
रेवा नैंया खेय रही है संग प्रभु के देवा।।
प्रभु सब देवो के देवा जय जय जय महादेवा
अलख निरंजन दुख भव भंजन, जग के वेद बखाने
कार्तिक गणपति जी के त्रिपुरारी पिता कहाने।।
रिद्धि सिद्धि के दाता है प्रभु सब देवों के देवा
जय जय जय महादेवा प्रभु जी, सब देवों के देवा।।
त्रिभुवन महिमा विदित तुम्हारी, तुमको पूजे हर हर नारी
मंशा पूरण नाम तिहारो,प्रभु जी सबके कष्ट निवारो।।
शरण तुम्हारी देव मुनि नर चाह रहे है देवा
जय जय जय महादेवा प्रभु जी सब देवों के देवा।।
तीन नेत्र सिर जटा पें गंगा शेष नाग संग भोले
हाथ कमण्डल औऱ त्रिशूल पें डमरू डम डम बोले।।
नांदिया जी पें करें सवारी प्रभु सब देवों केे देवा
चिंता हरते है महादेवा जय जय जय महादेवा।।
तन पें लपेटे छाला ,बिष का पीकर अमृत प्याला
पहिने कानों में बाला ,डाले गले में कंठी माला
तांडव करते दीन दयाला,दुख हरते महादेवा।।
दर से अब तक कोई खाली हाथ नहीं जा पाया
भक्ति भाव से सुख सम्पति ,मन वाछिंत फल को पाया
करते दया महादेवा ,देखो प्रभु जी की शोभा।।
सच्चे मन से जो कोई ध्यावे वो प्रभु का फल पावे
बंधन मुक्त हो जावे प्राणी प्रभु की शरण में आवे
निसिदिन ध्यावत सूर्य चन्द्रमा ,देव दनुज औऱ किन्नर
प्रेम मगन काली करत आरती ,जय जय जय महादेवा।।
सेतुबंध रामेशवरम् तीर्थ हर पापों से मुक्त कराये
सागर भी प्रातः नतमस्तक हो प्रभु को शीश नवाये
सबके जीवन में उजियाला भरते है महादेवा ।
काली दास ताम्रकार काली जबलपुरी
फिल्मी गीतकार