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समकालीन जवाबदेही का सातवां अंक संस्मरण विशेषांक के रूप में

समकालीन जवाबदेही का सातवां अंक संस्मरण विशेषांक के रूप में
औरंगाबाद 27/4/24
औरंगाबाद जिले से निकलने वाली प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिका समकालीन जवाबदेही 2023 का संस्मरण विशेषांक शीघ्र ही पाठकों के समक्ष उपलब्ध होने वाला है। पत्रिका के प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा ने बताया कि इस विशेषांक में राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित साहित्यकारों की रचनाएं संकलित की गई है।समकालीन जवाबदेही पत्रिका के सह संपादक सुरेश विद्यार्थी ने बताया कि औरंगाबाद जिला जैसे सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह के पत्रिका निकालना भागीरथी कार्य है। यह सातवां अंक है और संस्मरण विशेषांक के रूप में सजाया गया है। इसके पूर्व निकाले गए छह अंक में दो विशेषांक के रूप में निकली। 2021 में मगध विशेषांक एवं 2022 में लोक संस्कृति विशेषांक काफी चर्चित रही थी। समकालीन जवाबदेही के सफल प्रकाशन कराने में जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, महामंत्री एवं प्रसिद्ध कवि धनंजय जयपुरी,इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ कुमार वीरेंद्र,पंचदेव धाम चपरा के संस्थापक अशोक कुमार सिंह,अवकाश प्राप्त प्रोफेसर डॉ सी एस पांडेय,डॉ रामाधार सिंह,डॉ शिवपूजन सिंह,शिव शिष्य पुरुषोत्तम पाठक,समाजसेवी शंभू नाथ पांडेय,लालदेव प्रसाद,शिक्षक चंदन कुमार सहित अन्य लोगों की विशेष भूमिका होती हैं।समकालीन जवाबदेही नाम के अनुरूप यह पत्रिका अतीत के प्रश्नों का वर्तमान के समक्ष क्या जवाब होना चाहिए यही समकालीन जवाबदेही पत्रिका का मुख्य थीम है। वर्तमान परिदृश्य में यह पत्रिका राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बन चुकी है।आज इस पत्रिका में राष्ट्रीय स्तर के चर्चित साहित्यकार अपनी रचनाओं से इसे सजाए हुए हैं। रचनाकारों को जोड़ने में प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा की विशेष भूमिका होती है।

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