काव्य गोष्ठी में सम्मानित हुए साहित्यकार (वाग्देवी साहित्य मंच की काव्य गोष्ठी)
काव्य गोष्ठी में सम्मानित हुए साहित्यकार
(वाग्देवी साहित्य मंच की काव्य गोष्ठी)
हाटा कुशीनगर – स्थानीय श्रीनाथ संस्कृत महाविद्यालय परिसर में वाग्देवी साहित्य मंच की ओर से आयोजित काव्य गोष्ठी में दो वरिष्ठ साहित्यकारों को सम्मानित किया गया और होली की शुभकामना दी गई।
वाग्देवी साहित्य मंच के अध्यक्ष मोहन पाण्डेय भ्रमर की अध्यक्षता में आयोजित काव्य गोष्ठी का शुभारंभ
विकास चौरसिया के वाणी वंदना से शुरू हुआ -वीणा के तार मैया देतीं,बजाई,मनवा में लागल बा असरा ए माई।। कवयित्री शम्मी उपाध्याय ने सुनाया,मेरी भी है आशा है अरमान है,नाम कमाऊ इतना कि खुद से हो मेरी पहचान।। कृति उपाध्याय ने सुनाया, होली है भाई होली है प्यार भरी रंगोली है।शायर डा इम्तियाज समर ने सुनाया हमें मालूम है कि तुम हमें मिटने नहीं दोगे, हमारे ही पसीने से तुम्हारी कार चलती है। शैलेन्द्र पाण्डेय असीम ने सुनाया, मुसाफिर राह से भटका हुआ हूं,किसी की आस था टूटा हुआ हूॅ।। जगदीश खेतान ने होली पर भोजपुरी में गीत सुनाया,अक्षय गिरी,सूरज राम आदित्य,, पंकज मणि,परमानंद मिश्र, राघवेन्द्र मिश्र,शायर ए हमीद आरज़ू ने बेहतरीन रचनाओं का पाठ किया। ओमप्रकाश द्विवेदी ओम, विनोद पाण्डेय, रमेश साव,की रचनाएं पसंद की गयीं।इस दौरान हाइकू विधा के ख्यातिप्राप्त कवि सूर्य नारायण गुप्त “सूर्य”देवरिया, एवं कप्तानगंज के शायर डा इम्तेयाज समर को अंगवस्त्र आदि से सम्मानित किया गया। अध्यक्ष मोहन पाण्डेय भ्रमर ने वसंत के स्वागत में कविता पाठ किया -आयो ऋतुराज सैन्य फूलों के संग,हिय में हुलास नव पल्लव डोलत हैं।। सफल संचालन कवि एवं शिक्षक सच्चिदानंद पाण्डेय ने किया। जबकि आयोजन के मुख्य अतिथि सूर्य नारायण गुप्त सूर्य,और विशिष्ट अतिथि डॉ समर, एवं सारस्वत अतिथि कवि ओमप्रकाश द्विवेदी ओम रहे।