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गोविंद पाल जी का अभिनंदन

भिलाई – लंबे अवधि से निरंतर साहित्य लेखन हेतु नेपाल में इंटरनेशनल नोबेल टैलेंट एवार्ड मिलने पर भिलाई के बंगीय साहित्य संस्था एवं मुक्तकंठ साहित्य के समिति के जुड़े साहित्यकारों ने मिलकर दिनांक 03-03-24 को गोविंद पाल का काफी हाउस में आत्मीय अभिनंदन किया गया। सभी साहित्यकारों ने एक स्वर में कहा कि ये सम्मान सिर्फ गोविंद पाल का सम्मान नहीं है ये हम सबका सम्मान है छत्तीसगढ़ का सम्मान है। हमारे देश के साहित्य विरादरियों का सम्मान है। गोविंद पाल ने देश के बाहर विदेशों में अपने प्रतिभा का लोहा मनवा कर जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का, प्रदेश का, और भिलाई का नाम रौशन किया है उससे हम सबको फक्र है।

गोविंद पाल ने कहा कि यह प्यार मोहब्बत सर आंखों पर। मैं अपने सभी मित्रों का शुक्र गुजार हूँ। मेरे अभिनंदन में शामिल होने वालों में बंगीय साहित्य संस्था के अध्यक्ष बाणी चक्रवर्ती, उपाध्यक्ष स्मृति दत्ता के अलावा मुक्तकंठ साहित्य समिति के महासचिव व अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा, ऊर्दू अदब के मशहूर शायर कवि व लेखक जनाब रौनक जमाल, छत्तीसगढ़ आसपास के व मुक्तकंठ के संपादक प्रदीप भट्टाचार्य, बंगीय साहित्य संस्था के पत्रिका मध्यबलय के संपादक व मुक्तकंठ साहित्य समिति के संरक्षक दुलाल समाद्दार, बांग्ला व हिन्दी के कवि नाट्यकार तथा मुक्तकंठ साहित्य समिति के कोषाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र मंडल, मुक्तकंठ साहित्य समिति के उप सचिव सी ए भूषण चिपड़े, अखिल भारतीय हास्य व्यंग्य के कवि व मुक्तकंठ साहित्य समिति के कार्यकारिणी सदस्य गजराज दास महंत, मुक्तकंठ साहित्य समिति के कार्यकारिणी सदस्य व वीर रस के सशक्त कवि बी मल्लिक, युनियन के प्रतिनिधि तथा कवि व साहित्यकार हेमंत जगम, मेरे मित्र अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी व समाज सेवी सतपाल सिंह, हिंदू मिलन मंदिर के पुजारी व बांग्ला तथा हिंदी के कवि तथा मुक्तकंठ साहित्य समिति के कार्यकारिणी सदस्य वासुदेव भट्टाचार्य, इसके आलावा जाने माने शायर व कवि नावेद रजा, मुक्तकंठ साहित्य समिति के प्रचार सचिव व जाने माने हजलकार डॉ नौशाद सिद्दिकी, समाज सेवी व हमारे मित्र गोविंद बर्मन इन सभी के उपस्थिति से दिली खुशी हुई। गोविंद पाल ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

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