राजा नारायण सिंह नाटक का लोकार्पण धूमधाम से संपन्न
औरंगाबाद – जिला मुख्यालय औरंगाबाद में समाहरणालय के समीप अवस्थित श्रीकृष्ण सिंह स्मृति भवन के प्रांगण में प्रेम शंकर प्रेमी रचित राजा नारायण सिंह नाटक का लोकार्पण किया गया। जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन औरंगाबाद के तत्वावधान में आयोजित लोकार्पण समारोह की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष डॉ सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने किया।जबकि संचालन महामंत्री धनंजय जयपुरी ने किया।लोकार्पण समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर डा सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, समकालीन जवाबदेही के प्रधान संपादक डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा, जिला विधिक संघ के अध्यक्ष विजय कुमार पांडेय,डॉ रामाधार सिंह, डॉ शिवपूजन सिंह,राजा नृपेश्वर नारायण सिंह, राम किशोर सिंह,डॉ चंद्रशेखर पांडेय,प्रो विजय कुमार सिंह कुमार योगेंद्र नारायण सिंह, रेड क्रॉस के अध्यक्ष सतीश कुमार सिंह,नगर परिषद अध्यक्ष उदय कुमार गुप्ता ने नाटक का लोकार्पण किया।नाटक की भूमिका पर प्रेमी जी ने विशेष प्रकाश डाला। संबोधन के क्रम में चंद्रशेखर पांडेय,नृपेश्वर नारायण सिंह, डॉ शिवपूजन सिंह ने कहा कि राजा नारायण सिंह के जीवन पर विशेष शोध होना चाहिए जिससे उनके जीवन के अनछुए पहलुओं से रुबरु हो सकें। डॉ रामाधार सिंह ने कहा कि इस नाटक में पर्यावरण स्वरुप सोन नदी की चर्चा है। रामकिशोर सिंह ने काव्य पाठ करके उन्हें याद किया। डॉ सुरेंद्र प्रसाद मिश्रा ने कहा कि प्रेमी जी की नाटक पत्थरों में खुश्बू पैदा करने वाली दृश्य जैसी है।अध्यक्षीय उद्बोधन में डा सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा कि नाटक में दृश्य एवं श्रव्य दोनों परम्परा साथ साथ चलती है।लोकार्पण समारोह के मौके पर जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपाध्यक्ष सुरेश विद्यार्थी, विधिक संघ के पूर्व अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह,कल्प वृक्ष धाम के अशोक कुमार सिंह, राजा चंद्रेश्वर सिंह चांद बाबू,राजीव प्रताप सिंह, मनोज सिंह चौहान,रविंद्र कुमार सिंह,श्रीराम राय,हिमांशु चक्रपाणि,विनय मामूली बुद्धि, नागेंद्र कुमार केसरी,सुमन अग्रवाल, जग नारायण सिंह,लवकुश प्रसाद सिंह,राम भजन सिंह,पुरुषोत्तम पाठक,अनुज बेचैन,आफताब राणा,लालदेव प्रसाद, अमरेन्द्र कुमार सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।