सशक्त हस्ताक्षर की गोष्ठी में कविता की रसधार बही
जबलपुर – सशक्त हस्ताक्षर की 22 वीं कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में दिनांक 10.02.2024 को सानंद सम्पन्न हुई ၊ संस्थापक गणेश श्रीवास्तव प्यासा ने अपनी वाणी से सभी अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि महामहोपाध्याय आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे, अध्यक्षता डॉ. छाया सिंह, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कवि बुंदेली हिन्दी के प्रसिद्ध कवि जयप्रकाश श्रीवास्तव , प्राचार्य अभिजात कृष्ण त्रिपाठी, अखिलेश खरे अखिल, रीतेश खरे सब्र मुम्बई, सारस्वत अतिथि राजेश पाठक प्रवीण, मंगल भाव यशोवर्धन पाठक की गरिमामय उपस्थिति रही।
इस अवसर पर सशक्त हस्ताक्षर द्वारा डॉ. छाया सिंह, अखिलेश खरे अखिल जो साहित्य के लिए समर्पित हैं, सम्मानित किया गया, सशक्त हस्ताक्षर की गोष्ठी में नियमित सहभागिता, प्रस्तुति में, लेखन में श्रेष्ठता हेतु शाल,श्रीफल, मानपत्र देकर सम्मानित किया गया। संस्था के सलाहकार कवि संगम त्रिपाठी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
कोकिल कण्ठा सेवानिवृत्त आदर्श शिक्षिका कृष्णा राजपूत ने सरस्वती वंदना की। गोष्ठी का शुभारंभ बुंदेली हिंदी के सशक्त हस्ताक्षर, आकाशवाणी कलाकार लखन रजक ने किया। कविवर यशोवर्धन पाठक, बालमुकुंद लखेरा ढीमरखेरा , अखिलेश खरे अखिल, इंदर सिंह राजपूत इंद्राना , एडवोकेट प्रभा खरे अखिल, अमर सिंह वर्मा, निर्मला तिवारी,कृष्णा राजपूत, बुंदेली के प्रसिद्ध कवि दूरदर्शन कलाकार दीनदयाल तिवारी बेताल, जी. एल. जैन, पूर्णिका के जनक डॉ. सलप नाथ यादव,गज़लकार रीतेश खरे मुम्बई, जयप्रकाश श्रीवास्तव, अरूण शुक्ल, सुभाष जैन शलभ ने एक से बढ़कर रचनाएँ प्रस्तुत की गयी। डॉ. छाया सिंह, निरंजन द्विवेदी वत्स, गंगा जमुनी तहजीब की ध्वजवाहिका डॉ. सलमा जमाल, कविता राय, अध्यक्ष मदन श्रीवास्तव, राजेन्द्र मिश्रा, संदीप खरे युवराज, केशरी प्रसाद पाण्डेय वृहद, संस्कारधानी के प्रसिद्ध गीतकार,शिक्षाविद् अभय तिवारी ,चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, डाॅ. विनोद श्रीवास्तव, संजय पाण्डे, ओमप्रकाश नामदेव, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता उदय भास्कर अम्बष्ठ ने मंच को नयी ऊँचाईयाँ दी। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रांतीय महासचिव समाजसेवक सहेन्द्र श्रीवास्तव अपनी टीम के द्वारा निःशुल्क कायस्थ युवक-युवती परिचय सम्मेलन का वृहदस्तर पर सफलता पूर्वक आयोजन करने हेतु सम्मानित किया गया, कार्यक्रम का संचालन गणेश श्रीवास्तव प्यासा, आभार प्रदर्शन महासचिव गुलजारी जैन ने किया।