तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा 24 वाॅं अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह संपन्न, लखनऊ के साहित्यकार राम राज भारती सहित 33 हुए साहित्यकार सम्मानित।
तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा 24 वाॅं अखिल भारतीय साहित्यकार सम्मेलन एवं सम्मान समारोह संपन्न, लखनऊ के साहित्यकार राम राज भारती सहित 33 हुए साहित्यकार सम्मानित।
लखनऊ/भोपाल,तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित गरिमामय साहित्यिक समारोह की अध्यक्षता डा.राजेश श्रीवास्तव निदेशक रामायण केंद्र भोपाल ने की, मुख्य अतिथि डा.जीवन रजक, विशेष कर्तव्य अधिकारी,माननीय मंत्री जी धर्मस्य, साहित्य एवं संस्कृति विभाग म.प्र.शासन तथा विशेष अतिथि वरिष्ठ
शिक्षाविद् ,परम विदुषी डा.प्रभा मिश्रा जी रहीं।
मंचस्थ अतिथियों ने माता सरस्वती का पूजन अर्चन एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.मोहन तिवारी आनंद ने स्वागत उद्बोधन में कहा- तुलसी साहित्य अकादमी सम्पूर्ण भारत में राष्ट् भाषा हिन्दी के संवर्धन एवं विकास का अभियान चला रही है। तुलसी साहित्य अकादमी ने 27 राज्यों में अपनी प्रदेश, जिला एवं तहसील स्तर पर इकाइयों का गठन किया है। हर दिन किसी न किसी राज्य अथवा जिला में साहित्यिक कार्यक्रम/गोष्ठी आयोजित होती रहती है।
इस अवसर पर अकादमी की स्मारिका,श्री प्रमोद पुष्कर की पुस्तक-सृष्टि और मनुष्य, डा.रेनू श्रीवास्तव शहडोल की पुस्तक -खुले द्वार अब कहां, का लोकार्पण किया गया।
साहित्यिक विमर्श के उपरांत 13 चयनित उत्कृष्ट साहित्यकारों को तुलसी सम्मान एवं 10 विदुषी महिला लेखिकाओं को रत्नावली सम्मानों से अलंकृत किया गया।
आगरा के वरिष्ठ साहित्यकार, शिक्षाविद् प्रोफेसर डॉ . अजीत कुमार जैन को तुलसी शिखर सम्मान ,श्री रमेश चौरसिया छतरपुर को उस्ताद शंकर लाल पटवा स्मृति तुलसी सम्मान,श्री राजेन्द्र मिश्रा जबलपुर को स्व.श्रीकिशन पटैल स्मृति तुलसी सम्मान,डा.अरुण कुमार यदु बिलासपुर को स्व.श्री कन्हैयालाल तिवारी स्मृति तुलसी सम्मान,श्री विनोद नागर को स्व.श्री रमेश तिवारी पत्रकार स्मृति तुलसी सम्मान,डा.वीरेन्द्र निर्झर बुरहानपुर को स्व.श्री कृष्ण दत्त द्विवेदी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मृति तुलसी सम्मान,डा.रामराज भारती लखनऊ को स्व.चंद्रभूषण दीवान स्मृति तुलसी सम्मान,श्री प्रेम नारायण दीक्षित उरई को स्व.श्री देवीप्रसाद वर्मा दिनेश स्मृति तुलसी सम्मान,श्री राकेश माहेश्वरी नरसिंहपुर को स्व.श्री जगदीश प्रसाद श्रीवास्तव स्मृति तुलसी सम्मान,श्री सुन्दर लाल प्रजापति, श्री अमित दीवान,श्री अवनीन्द्र कुमार खरे छतरपुर तथा श्री आशीष श्रीवास्तव उज्जैन को तुलसी सम्मान -24, तथा डा.माया दुबे भोपाल को रत्नावली शिखर सम्मान , डा.नीलकमल कपूर भोपाल को डा.उपासना सक्सेना स्मृति रत्नावली सम्मान, डा.भारती यादव मेधा रायपुर छत्तीसगढ़ कोस्व.श्रीमती जनक दुलारी तिवारी स्मृति रत्नावली सम्मान,डा.आभा गुप्ता बिलासपुर को स्व.श्रीमती विमला तिवारी स्मृति रत्नावली सम्मान,डा.मीनाक्षी जोशी भण्डारा महाराष्ट्र को स्व.श्रीमती धापूबाई चौहान स्मृति रत्नावली सम्मान,डा. रीता शर्मा रोहणी दिल्ली को स्व.रीता भार्गव स्मृति रत्नावली सम्मान,डा.मंजु श्री वेदुला झारसुगुड़ा ओड़ीसा को स्व.श्रीमती नंदा दीवान स्मृति रत्नावली सम्मान,डा.संध्या जैन जबलपुर,इं.अर्चना नायडू भोपाल, श्रीमती रेखा सक्सेना भोपाल को रत्नावली सम्मान से अलंकृत किया गया।
अलंकरण सम्मानों के बाद मंचस्थ अतिथियों ने उद्बोधन दिए डा.प्रभा मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा विदुषी रचनाकार महिलाओं के लिए रत्नावली सम्मानों का संयोजन करना सराहनीय कार्य है जिससे महिलाओं को साहित्य सृजन में प्रोत्साहन मिलता है।
मुख्य अतिथि डा.जीवन रजक ने अकादमी के कार्यों की सविस्तार सराहना करते हुए कहा कि एक अशासकीय साहित्यिक संस्था अपने निजी संसाधनों से इतना उत्कृष्ट कार्य कर रही है इनके कार्यों की जितनी भी सराहना की जाय कम है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डा.राजेश श्रीवास्तव ने तुलसी साहित्य अकादमी द्वारा मातृभाषा हिन्दी के विकास एवं संवर्धन के लिए किए जाने वाले प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि इनके प्रयासों से अन्य संस्थाओं को सीख लेनी चाहिए।
कार्यक्रम का सफल संचालन डा.अशोक तिवारी अमन तथा डा.राजेश तिवारी ने किया तथा आभार प्रदर्शन डा.शिवकुमार दीवान ने किया।
अंत में सामूहिक रात्रि भोज उपरांत कार्यक्रम संपन्न होने की घोषणा की गई।