Search for:
  • Home/
  • क्षेत्र/
  • भारतीय-भाषोत्सवस्य अन्तर्गत आवासीय सरल संस्कृत भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

भारतीय-भाषोत्सवस्य अन्तर्गत आवासीय सरल संस्कृत भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

भारतीय-भाषोत्सवस्य अन्तर्गत आवासीय सरल संस्कृत भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

लखनऊ 15.12.2024 उत्तर-प्रदेश-संस्कृत-संस्थानम्, लखनऊ (भाषा विभाग) उत्तर प्रदेश शासनाधीन द्वारा संस्कृत भाषा के उन्नयन हेतु अपरमुख्यसचिव कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र कुमार की प्रेरणा तथा निदेशक विनय श्रीवास्तव के निर्देशन में आयोजित आवासीय प्रशिक्षण उत्तर- प्रदेश- संस्कृत- संस्थानम्, नया हैदराबाद, लखनऊ में आरंभ हुआ। विनय श्रीवास्तव, निदेशक, सत्र के वक्ता प्रशासनिक अधिकारी जगदानंद झा ने सुब्रह्मण्यम भारती के व्यक्तित्व कृतित्व पर आधारित उनके संस्कृतोन्नयन गत जीवन वृत्त को उद्धृत करते हुए भाषामहोत्सव के अन्तर्गत संचालित आवासीय संस्कृत भाषा प्रशिक्षण को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताया। संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना इसका मुख्य प्रयोजन हैं । उन्होंने बताया कि संस्कृत भाषा का प्रसार शिविर का उद्देश्य संस्कृत भाषा को बढ़ावा देना और इसके प्रति जागरूकता बढ़ाना है। संस्कृत सम्भाषण कौशल विकास शिविर में संस्कृत सम्भाषण कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
सर्वेक्षक महेंद्र पाठक ने समागत प्रशिक्षक समवयक सहित योगेश अवस्थी, राजन दुबे, सविता मौर्या तथा पूनम सिंह का माल्य के द्वारा स्वागत किया।
प्रशिक्षण प्रभारी भगवान सिंह चौहान ने प्रास्ताविक कथन प्रशिक्षण की प्रकृति पर प्रकाश डाला।
प्रशिक्षण समन्वयक धीरज मैठाणी ने सुब्रह्मण्यम स्वामी का संस्कृत के उन्नयन में योगदान पर प्रकाश डालते भारतीय भाषा महोत्सव पर प्रकाश डाला।
समन्वयक डॉ अनिल गौतम ने सभी का स्वागत करते हुए सभी प्रशिक्षकों, अधिकारियों का परिचय दिया। दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। राजन दुबे ने गीता के माध्यम से सभी का अभिमुखीकरण किया। सरस्वती वन्दना पूनम सिंह तथा संस्थान गीतिका का वाचन सविता मौर्या ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ दिनेश मिश्र, लेखाकार नितेश श्रीवास्तव, सहायक लिपिक वीरेंद्र तिवारी, कनिष्ठ सहायिका पूनम मिश्रा, शान्तनुमिश्र, शिवम् गुप्ता इत्यादि कार्यालयीय अधिकारी एवं कर्मचारी समुपस्थित रहे ।

Leave A Comment

All fields marked with an asterisk (*) are required