विघ्न विघ्णेशा
विघ्न विघ्णेशा
विघ्न विघ्णेशा
महा गणेशा
हे परमेशा
श्री जगदीशा
दिलों में बसों विजया!
विघ्न हरते
पाप मिटाते
भक्ति सुनते
वरों को देते
भक्तों को नित्य विजया!
हे जगदीश
शिव के अंश
सिद्धि विघ्नेश
महा गणेश
विनती सुनो विजया!
हे विनायका
लोक रक्षका
पाओं भक्तों का
फल पुष्पों का
यें निवेदन विजया!
गणेश पर्व
सबका पर्व
देश का पर्व
सुंदर पर्व
व्रत रखते विजया!
चतुर्थी दिन
भक्ति कीर्तन
पूजा पटन
भजन गान
करते भक्त विजया!
शीघ्र उठते
स्नान करते
भक्ति भरते
पूजा करते
विघ्णेश्वर को विजया!
हे लंबोदर
आ घर घर
संकट हर
कष्टों को दूर
कर दो प्रभु विजया!
मूर्ति को लाते
बाजा बजाते
आरती देते
पूजा करते
आओ गणेशा विजया!
जी.विजयमेरी, हिंदी अध्यापिका
अनंतपुर जिला,आंध्रप्रदेश।