मेरा देश, मेरा सपना
मेरा देश, मेरा सपना
मेरा देश, मेरी पहचान,
सपनों का संसार, खुशियों की शान।
हर खेत, हर गली में बसी है कहानी,
सदियों की मेहनत, संघर्ष की निशानी।
सूरज की पहली किरण से चमकता है यह,
हर दिल में बसी है, इसकी धड़कन और राग।
गंगा की लहरों में, बहती है संस्कृति,
भारत की मिट्टी में, छुपी है सच्ची भक्ति।
मेरे सपनों में सजती है ये धरती,
जहाँ हो प्रेम, शांति, और एकता की सृष्टि।
हर बच्चा यहाँ पाता, शिक्षा का अधिकार,
हर युवा यहाँ देखता, उज्ज्वल भविष्य का आधार।
हिमालय की ऊँचाइयों से, समंदर की गहराई,
हर रंग, हर जाति में, मिलती है भाईचारे की परछाई।
संगीत की लय, नृत्य की रागिनी,
मेरा देश, मेरी सपना, इसकी सुगंध, इसकी रागिनी।
जब भी सुनता हूँ, वन्दे मातरम् की गूंज,
मन में होता है, स्वाभिमान का संचार।
हर नागरिक का सपना, हो खुशहाल जीवन,
भारत को बनाएं, हम सबका सच्चा कल्याण।
मैं देखता हूँ, एक ऐसा भविष्य,
जहाँ हो विकास, और हो मानवता का संजीवनी।
हर समस्या का हल, हो एकजुटता में,
मेरा देश, मेरा सपना, हर दिल की तड़प में।
मैं चाहता हूँ, एक ऐसा भारत,
जहाँ हो खुशियाँ, प्रेम और उत्साह की सैर।
मेरी कलम से निकले ये शब्द,
डॉक्टर बी.एल. सैनी का सपना, एक सच्चे भारत का जज़्बा।
बी एल सैनी